बालासन के लाभ व विधि । Balasan ke fayde nuksan.

Balasan ke fayde

Balasan ke fayde nuksan. योगासनों का हमारे दैनिक जीवन में बहुत महत्व है । क्योंकि योगासनों से न केवल सिद्धि प्राप्त होती है बल्कि शारिरिक रूप से निरोगी काया प्रदान करते है । योग शास्त्र के अनुसार कुल 84 प्रकार के योगासन होते हैं । उन 84 योगासन में से बालासन ( Child Pose ) भी एक हैं ।
हालांकि प्रत्येक योगासन के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। योग हमें प्राकृतिक तरीके से स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। आज हम जानेंगे आभा एवं कांति युक्त शरीर देने वाले आसन बालासन के बारे में तो चलिए जानते है – Balasan ke fayde our nuksan.

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बालासन क्या है ? What is Child pose.

बालासन (child pose) – वह योग मुद्रा जिसमें हम जन्म से पूर्व के भ्रूण के पोज या स्वरूप को अपनाते हैं वह आसन बालासन कहलाता है। अंग्रेजी में इसे ‘चाइल्ड पोज’ कहते हैं। यह एक सरल आसान है। यह विन्यास योग शैली आसन माना जाता है।
यह योग बहुत ही फायदेमंद है । इसे आसानी से बच्चे, बूढ़े कर सकते है । मगर जो गम्भीर रूप से बीमार, गर्भवती महिलाओं को डॉक्टरी सलाह के बिना नहीं करना चाहिए ।

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बालासन कब करें | Balasan kab karen.

बालासन को करने का सही समय वह है जब हमारा आमा से खाली हो अर्थात खाना जो हमने खाया है वह पच गया हो। इसीलिए बालासन के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रातः काल होता है। बालासन का अभ्यास तब करना चाहिए । जब सांस तेज गति से चल रही हो । अतः इसका अभ्यास कठिन आसनों के अभ्यास के पश्चात या उनके मध्य में करना उपयोगी होता है। यह एक आराम देने वाला आसन है इसलिए भी इसका अभ्यास शीर्षासन जैसे आसनों के पश्चात किया जाता है।

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बालासन कैसे करें | Balasan kaise kare.

● समतल जमीन पर दरी या चटाई बिछा लें एवं वज्रासन में बैठ जाए ।
● जिसमें दोनों घुटने मोड़कर जमीन पर टिके होते हैं और एड़ियों पर कूल्हों को टिका कर घुटनों को कूल्हों के बराबर सुविधाजनक फैला सकते हैं।
● अब गहरी सांस भरते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाना है। हाथ मिले हुए नहीं होने चाहिए ।
● अब सहज रूप से श्वास बाहर निकालते हुए आगे झुके।
● जिसमें आपके कूल्हे एड़ियों पर ही हो।
सर नीचे की तरफ एवं हाथ सिर से आगे की तरफ हथेलियां जमीन की तरफ हो।
● जिनका योग आसन का अभ्यास नया है उन्हें समय लग सकता है किंतु क्षमता से अधिक जोर ना लगाते हुए धीरे-धीरे अभ्यास करना है।
● धीरे-धीरे यह आसन सहज रूप से होने लगेगा।
● इस अवस्था में 30 सेकेंड से 3 मिनट तक रुकने का अभ्यास किया जा सकता है। फिर यथास्थिति आकर पुनः चक्र दोहराएं । अभ्यास पश्चात इसे 3 से 5 बार अभ्यास कर सकते हैं ।

बालासन में सावधानियां | Child Pose in hindi.

अनेक लाभदायक अनेक लाभों से युक्त है यह आसन। किंतु कुछ सावधानियां आवश्यक है ।
● जिनका रक्तचाप उच्च रहता हो उन्हें आसन नहीं करना चाहिए ।
● जिन्हें डायरिया या दस्त की समस्या हो उन्हें भी आसन नहीं करना चाहिए।
● जिनके घुटने में चोट लगी हो उन्हें आसन नहीं करना चाहिए।
● गर्भावस्था में डॉक्टर की सलाह के बाद ही आसन कर सकते हैं।
● कमर दर्द, पीठ दर्द से पीड़ित व्यक्ति को भी यह इस आसन को करने से बचना चाहिए।
● जिनका हाल ही में पेट का ऑपरेशन हुआ हो या सर्जरी हुई हो उन्हें भी यह आसन नहीं करना चाहिए।
● शारीरिक क्षमता से अधिक जोर लगाकर इसे नहीं करना चाहिए।

Child Pose in hindi.

बालासन करने के लाभ | Benifits of child pose –

प्रकृति से सरल और अनेकों लाभों का खजाना है यह आसन । बालासन के निरंतर अभ्यास से शरीर में कमनीयता आती है। इसके अभ्यास से पाचन तंत्र मजबूत एवं सक्रिय होता है । यह जांघों को सुडोल बनाता है। तो चलिए जानते है फायदे के बारे में –

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बालासन के फायदे तनाव मुक्ति के लिए । Balasan ke fayde Depression ke liye.

बालासन के नियमित अभ्यास से तनाव से मुक्ति मिलती है । बालासन से संपूर्ण आंतरिक अवयव में सक्रियता आती है। इसके नियमित अभ्यास से चक्कर आने की परेशानी दूर होती है। बालासन के नियमित अभ्यास से शारीरिक थकान दूर होकर इस स्फूर्ति आती है।

बालासन के फायदे पीठ दर्द से राहत के लिए । Balasan ke fayde Back pain ke liye.

बाल आसन के अभ्यास से रीढ़ की हड्डी की लंबाई बढ़ती है । पीठ दर्द से मुक्ति दिलाता है बालासन । बालासन से गर्दन की अकड़न से राहत मिलती है। बाल आसन के अभ्यास से कमर, सीना और कंधों को मजबूती मिलती है।

बालासन के फायदे जोड़ो के दर्द से राहत । Balasan ke fayde Joint pain ke liye.

बालासन से टखनों, घुटनों और जांघों की मांसपेशियां मजबूत एवं सुडौल बनती है । इसके नियमित अभ्यास से रक्त प्रवाह को गति मिलती है । बालासन घुटनों के आसपास तनाव उत्पन्न कर घुटनों को मजबूत बनाता है।

बालासन से फेफड़े मजबूत होते हैं । Balasan ke fayde fefado ke liye.

बाल आसन के अभ्यास से श्वास गहरी होने लगती है और शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है । इससे संपूर्ण शरीर को शांति की प्राप्ति होती है। बाल आसन के नियमित अभ्यास से सांस लेने की प्रक्रिया में सुधार आता है । और फेफड़ों को मजबूती मिलती है ।

बालासन के फायदे पीसफुल माइंड के लिए । Balasan ke fayde peaceful mind ke liye.

नियमित बालासन के अभ्यास से शारीरिक या मानसिक शांति को दिलाता है । इसके नियमित अभ्यास से शरीर ऊर्जावान होता है। बाल आसन के अभ्यास से फोकस बढ़ता है। बालासन का निरंतर अभ्यास जीवन शक्ति संचित कर ऊर्जावान रहने में मदद करता है। बालासन के नियमित अभ्यास से दिमाग को मजबूती मिलती है और लक्ष्य पर पकड़ बनती है।

बालासन के फायदे स्किन के लिए । Child pose benefits for skin.

बालासन की बहुत बड़ी खूबी है कि शरीर की त्वचा में निखार आता है। बालासन से कमर के आसपास चर्बी दूर होती है ।

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बालासन से नुकसान | Child pose side effects in hindi.

● उच्च रक्तचाप के रोगी यदि बालासन करते हैं तो रक्तचाप और अधिक बढ़ सकता है ।
● पीठ, घुटने, कमर दर्द से गंभीर पीड़ित व्यक्ति की परेशानी भी यह बढ़ा सकता है ।
● गर्भावस्था में इसे करने से विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। पेट पर दबाव मां व शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
● डायरिया रोग की मुश्किलें भी बालासन से बढ़ सकती है ।
● अपनी अनेक खूबियों के कारण इस आसन को हम एक संपूर्ण आसन भी कह सकते हैं । कुछ सावधानियों का ध्यान रखते हुए यदि बालासन का अभ्यास करते हैं तो या अनेक लाभ देने वाला आसन है ।। भावना शर्मा ।।

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