Patnjali masse hatane ki cream. पंतजलि मस्से की दवाई । मानव शरीर की त्वचा के ऊपरी हिस्से पर कभी छोटे छोटे फोड़े बन जाते हैं । जिसे आम भाषा में मस्सा कहते हैं । यह समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा होती है । यह मस्से पिन की नोक से लेकर देसी बेर के जितने बड़े भी होते हैं । कई बार तो यह उभरते हैं और कुछ दिनों में गायब भी हो जाते हैं । और फिर से निकल आते हैं । कई बार यह कुछ सालों तक भी चलते हैं ।
हालांकि आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह कोई बीमारी या रोग नहीं है । लेकिन चेहरे या अन्य किसी अंग पर होने से उस अंग की सुंदरता चली जाती है । यह एक प्रकार संक्रमण है जो खानपान या अन्य प्रकार से होता है । अंग्रेजी में इसे wart कहते है । इनका इलाज घर पर आसानी से कर सकते है । इसके अलावा पंतजलि एवं आयुर्वेद में भी उपलब्ध हैं तो चलिए जानते है –
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मस्से होने के कारण ।
जब मानव शरीर पर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस आक्रमण करता है तब उस जगह फोडा उभर आता है । इस फोड़े का रंग बहुत कुछ चमड़ी के रंग से मिलता जुलता होता है । शरीर पर पहले से ही मस्सा हुआ है और उसे छूने पर दूसरी जगह हाथ लगने से भी मस्सा हो जाता है ।
मस्से से संक्रमित व्यक्ति के कपड़े या तौलिया यूज़ करने से भी होते हैं ।
- शरीर में विटामिन B12 कि कमी होने से ।
- शरीर में फोलेट और फेरिटिन कि कमी से ।
- शरीर में विटामिन D की कमी से ।
- पाचन तंत्र में गड़बड़ी से ।
- त्वचा संबंधी बिमारी हो तो उसकी वजह से ।
- ऐसीडिटी की समस्या हो तो उसकी वजह से ।
- किडनी की समस्या से ग्रसित हों तो ।
- यदि आपकी कोई सर्जरी हुई हों तो
- शरीर में जिंक की कमी हों तो ।
इसके अलावा मोटापे एवं शरीर में पानी की मात्रा कमी होने पर हो सकते ।
मस्सों के प्रकार । type of wart in hindi.
मस्सों के भी कई प्रकार होते हैं ।
- सामान्य मस्सा – नाम से ही समझ आता है कि यह बहुत ही सामान्य से होते हैं । ये शरीर के किसी भी हिस्से में हो जाते हैं l पर ज्यादाकर ये हाथों पर दिखते हैं ।
- फ्लैट मस्सा – यह त्वचा के रंग जैसा होता है । यह ज्यादा करके गाल पर, गर्दन पर और हाथों की उँगलियों पर होते हैं ।
- फिलिकॉर्न मस्सा – यह थोड़ा उभरा हुआ होता है । यह ज्यादा कर होठों के पास, आखों के पास होता है ।
- मोजेक मस्सा – यह ज्यादाकर हाथ की हथेली और पैरों के तलवे पर होता है ।
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पंतजलि मस्से की दवाई । Patnjali wart remove medicine in hindi.
पंतजलि एक भारत का आयुर्वेदिक ब्रांड हैं । जिनके संचालक Baba Ramdev है । जो एक योगगुरु होने के साथ साथ आयुर्वेदिक दवाओं को सस्ते दामों में घर घर पहुचने वाले ब्रांड एंबेसडर भी है । इस कंपनी के ब्रांड भारत समेत दुनिया के कई देशो काफी लोकप्रिय हैं । उन्हीं लोकप्रिय ब्रांडो में से बॉडी पर मस्से हटाने की एक क्रीम भी है । जो काफी प्रभाशाली हैं । तो चलिए जानते है इस क्रीम के बारे में –
पंतजलि मस्से की दवाई । Wartosin Wart Remover in hindi.
वोरटोसिन ( Wartosin ) – पंतजलि की यह एक आयुर्वेदिक क्रीम है । जिसे मस्से पर कम से कम 15 दिन लगाना होता है । पर ध्यान रखना है कि इसमें पाई जाने वाली जड़ी बूटियों से यदि आपको तकलीफ हों तो तुरंत बंद कर देना है l
इस क्रीम में ख़ातिका ( Khatika ), कुमा ( Cuma ), स्पतिगम ( Spatigam ), टांकना ( Tankana ), कपूर ( Karpoor ) व गुलाब जल ( Rose water ) जैसे तत्व शामिल है । इनका नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर 10 से 15 दिन में मस्से ठीक हो जाते है ।
यह क्रीम बॉडी पर होने वाले छोटे छोटे मस्से के लिए लाभदायक है । यह केवल बाहरी स्किन के लिए है । इनका साइड इफेक्ट्स नहीं है । फिर भी आपकी स्किन को सूट नहीं करता हो तो तुरंत उपयोग करना बंद करें ।
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पतंजलि की मस्से की दवाई आयुर्वेदिक । wart remover ayurvedic cream in hindi.
पतंजलि हमारे देश में आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली एक कम्पनी है । यह कम्पनी अपनी दवाईयों में जदी बूटीयों एवं प्रकृति से प्राप्त चीजों के समावेश से दवाई बनाती है ।
- बोरोसेफ़ एंटीसेप्टीक क्रीम – इसे सर गले और चेहरे के ही मस्सों पर लगाना है । यह चमड़ी पर होने वाले संक्रमण को रोकती है । साथ ही हमारी चमफी को भी नर्म रखने में मदद करती है ।
- एलोवेरा जेल – इसे मस्से पर लगाना है । यह चमड़ी को ठंडक पहुंचाता है और चमड़ी को फटने से भी बचाता है ।
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मस्से हटाने के घरेलू उपाय । Masse hatane ke gharelu upay.
- चूना – पान के साथ खाने वाले चूने को मस्से पर दिन में चार से पाँच बार लगाना है ।
- प्याज़ को कद्दूकस करके उसका रस मस्से पर लगाना है ।
- बरगद के पत्ते को पानी से धोना है । अब इसे मस्से पर लगाना है ।
- एक छोटे आलू के पतले और गोल टुकड़े कांट लें और इन्हें मस्से पर लगाएं ।
- लहसुन – लहसन की चार कलियाँ लेना है । इनके छिलके निकाल देना हैं । अब इन्हें चकले पर रख कर बारिक पीस देना है । अब इसे मस्से पर लगाना है ।
- खाने का सोडा – आधे चम्मच बेकिंग सोडे को 1/4 चम्मच नारियल तेल के साथ मिला के मस्से पर लगाना है ।
- सेबफल – सेबकल के सिरके को मस्से पर दिन में चार से पाँच बार लगाना है । इसमें उपस्थित एसीड मस्से को ठीक कर देता है l
- अलसी – अलसी के बीजों की पेस्ट बनाना है फिर इसे कच्चे दूध में मिलकर मस्से पर लगाना है ।
- अनानास – अनानास के टुकड़े करना है फिर इन टुकड़ों को मस्से पर लगाना है ।
- मौसम्बी – 1 मौसम्बी को धोकर उसका ज्यूस निकालना है । इसमें रुई का फोहा भिगोकर मस्से पर लगाना है ।
- केला – केले को खाकर उसके छिलके को छोटे टुकड़ों में काट कर मस्से पर लगाना है ।
- हरा धनिया – हरे धनिये को धोकर उसे पीसना है इसे मस्से पर लगाना है ।
मस्से होने पर क्या खाना चाहिए ।
- रोज रात को 4 बादाम कटोरी में डालकर भिगो दें ।
- सुबह पानी निकालकर कच्चा ही खाएं ।
- रोज कच्ची गाजर खाएं ।
- सुबह के खाने में रोज एक कटोरी दही खाएं ।
- ब्रोकली को खाने में शामिल करें ।
- पालक की सब्जी खाएं या पालक का सूप रोज पीएं ।
- पपीते की आठ से दस फाँके रोज खाएं ।
- नीम्बू को खाने में शामिल करना है ।
- मुर्गी का अंडा किसी भी रूप में खाना है ।
- हफ्ते में दो दिन चिकन खाना है l
- सप्ताह में 3 बार मछली अवश्य खाए । इसके अलावा टोफु, योगर्ट, बीन्स भी सेवन करें ।
मस्से होने पर क्या नहीं खाएं । पंतजलि मस्से की दवाई
बॉडी के किसी भाग पर मस्से होने पर चिकनी जैसे घी, मखन आदि एवं तली हुई चीज़ों से परहेज करें । इसी प्रकार पनीर, खोया, मैदा एवं सफेद ब्रांड की खाद्य सामग्री का सेवन न करें ।
फ़ास्ट फ़ूड एवं जंक फूड का त्याग करें ।
शक्कर से बनी हुई खाद्य पदार्थों का सेवन करने से परहेज करें ।
इस बात का ध्यान रखें कि मस्सा कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह सुंदरता में कमी कर देता है । इसे आसानी से हटाया जा सकता है । आज के लेख पंतजलि मस्से की दवाई ( Patnjali masse ki dawai ) आपको कैसी लगी कमेंट करके अवश्य बताए ।। मंजिरी निधि ‘गुल ‘ ।।