हार्ट अटैक के कारण, लक्षण व बचाव | symptoms of heart attack.

symptoms of heart attack.
Heart attack cause, symptoms and treatment.

Heart attack आज की भागदौड़ भरी जिंदगी एवं बदलते खानपान की वजह से अनेकों बीमारियों ने चारों तरफ से घेर लिया है । उनमें से हार्ट अटैक (Heart attack ) भी एक है । Global health tricks में हार्ट अटैक के बारे में बताने जा रहे है । यह एक ऐसी बीमारी है जो कभी भी हो सकती है । क्योंकि Heart यानी ह्रदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण एवं नाजुक हिस्सा है । या यूँ कहे दिल नहीं तो हम भी नहीं । जब ह्रदय ठीक से काम नहीं कर पाता तो Heart attack के चांस बढ़ जाते है । हिंदी में ह्रदय घात भी कहा जाता है ।

एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रतिवर्ष 15% लोगों की हार्ट अटैक के कारण होती है । लेकिन हार्ट अटैक के लक्षणों ( symptoms of heart attack ) जान कर आसानी से बचा जा सकता है । साथ ही Healthy lifestyle अपनाकर खुशी खुशी जीवन जिया जा सकता है तो चलिए जानते है – हार्ट अटैक के कारण, लक्षण एवं बचाव | symptoms of heart attack

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सबसे पहले जानते हैं कि यह दिल क्या होता है ? आपने देखा भी होगा कि कवि भी अपनी रचनाओं में अक्सर दिल का जिक्र किया करते हैं। दिल हमारे शरीर का वह महत्वपूर्ण अंग है जो रक्त को पूरे शरीर में प्रवाहित करता है। स्त्री पुरूष दोनों ही में दिल या हृदय छाती के बीच में, फेफड़ो के बीच गुहा में स्थित होता है।
आपने देखा ही होगा कि अधिकतर सभी मनुष्यों में हृदय स्तनों के नीचे छाती के बाईं ओर ही स्थित होता है। हृदय हमारे शरीर का बहुत नाज़ुक हिस्सा है। बहुत संभाल के इसकी देखभाल करनी पड़ती है। अगर यह रुठ गया उतो समझो पूरा शरीर रूठ गया।

What is heart attack ? हार्ट अटैक क्या है –

Heart attack के बारे में जानने के लिए सबसे पहले हमें दिल / ह्रदय के बारे में जानना होगा । हृदय को हम एक मासंपेशी के रुप में परिभाषित कर सकते हैं। पूरे शरीर को रक्त पंप करना इसका मुख्य काम है। मनुष्य के खून में ऑक्सीजन और विभिन्न पोषक तत्वों का समावेश होता है जिससे शरीर में शक्ति मिलती और मनुष्य बड़े से बड़ा काम भी कर लेता है।

यदि एक क्षण के लिए भी हृदय अपना काम करना बंद कर दे तो मनुष्य की मृत्यु निश्चित है। या यूँ कहे कि ह्रदय पम्पिंग करना बंद कर दे तो उसे heart attack ही कहते है । दूसरे शब्दों में दिल का दौरा पड़ना कहते है ।

हृदय के कार्य | work of heart in hindi.

हृदय का मुख्य कार्य पूरे शरीर को रक्त देना है अर्थात हृदय की एक मात्र वह अंग है जो मानव शरीर को रक्त पंप करता है। दिल बेहद नाज़ुक मांसपेशी से बना होता है और चार हिस्सों में विभाजित होता है। इसका कार्य इस प्रकार का होता है कि यह मानव के फेफड़ो तक रक्त पंप करके भेजता है और फिर तीव्रता के साथ वापिस लौट आता है। यह सब एक नियमित अंतराल पर होता है जिससे तंत्रिका आवेग जन्म लेती है।

यही वह कारण है जिससे हृदय की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं । यह पंपिंग क्रिया जो हृदय द्वारा होती है शरीर के समस्त अंगो के बीच विभिन्न प्रकार के पदार्थो को आने और जाने के लिए हरी झंडी दिखा देती है। एक महत्वपूर्ण पदार्थ जो सबके लिए बेहद ज़रूरी है वह है सांस लेना या ऑक्सीजन। पशु- पक्षी, मनुष्य सभी को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है। ज़ाहिर सी बात है ऑक्सीजन है तभी हम ज़िंदा है अन्यथा बिना ऑक्सीज़न के जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है।

हार्ट अटैक के लक्षण – Heart attack symptoms in hindi.

यह तो हम समझ ही चुके हैं कि बिना हार्ट के जीवित रह पाना किसी के लिए भी संभव नहीं है। आजकल की आधुनिक जीवन शैली लोगों में हार्ट की बीमारियाँ उत्पन्न कर रही है जो बहुत खतरनाक है। heart attack के लक्षण जानने से पूर्व जानते हैं कि Heart attack के लक्षण क्या हैं ?

Heart attack ka lakshan पसीना आना

यह बहुत आम बात है। पसीना सभी को आता है किसी को कम तो किसी को अधिक परन्तु यदि हमारे शरीर से बेवजह बहुत अधिक पसीना निकल रहा है। जबकि वह व्यक्ति कोई शारीरिक काम भी नहीं कर रहा फिर भी उसको पसीना आ रहा है। यहाँ तक की जिनको ठंडी के मौसम में भी पसीना बहुत अधिक आता है समझो उनके शरीर में हार्ट अटैक के लक्षण आने आरंभ हो चुके हैं।

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Heart attack ka lakshan हृदय गति/ धड़कन का बढ़ना

मनुष्य जब व्यायाम करता है या दौड़ता है तो शरीर में दिल की धड़कन बढ़ना सामान्य सी बात मानी जाती है परन्तु यदि आपकी हार्ट बीट/ दिल की धड़कन आवश्यकता से अधिक बढ़ रही है और रुकने का नाम ही नहीं ले रही तो समझो हार्ट से जुड़ी कोई समस्या है।

Heart attack ke lakshan सूजन आना 

कभी कभी हाथ या पैरों में चोट लगने से सूजन आ जाती है , जो दवाई खाने व डाक्टर के इलाज से जल्दी ठीक भी हो जाती है। समस्या गंभीर तब हो जाती है जब किसी मनुष्य के पैर, उंगली, एड़ी आदि में सूजन आनी शुरू हो जाती है जबकि उसने कोई भी ऐसा काम नहीं किया जिससे शरीर को कोई कठिनाई हुई हो। और इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई हो। तब भी यह समस्या हार्ट से सम्बन्धित हो सकती है।

Heart attack ke lakshan बाजु या कंधे में दर्द का होना

मनुष्य कोई बोझ उठाता है या लकड़ी काटता है तब उसके हाथ, बाजु या कंधो में दर्द होने लगता है जो कुछ ही दिनों में अपने आप ठीक भी हो जाता है। परन्तु हार्ट की बीमारी में एक लक्षण यह भी देखा गया है कि मनुष्य के बाजु और कंधे में अचानक दर्द होना आरंभ हो गया और यह दर्द धीरे धीरे कमर तक पहुँच जाता है। मनुष्य को लेटने पर भी कुछ आराम नहीं मिल पाता। यह लक्षण हार्ट अटैक की ओर संकेत करता है।

Heart attack ke lakshan दाँत में सामान्य सा दर्द –

यहाँ मैने दाँत में सामान्य सा दर्द इसलिए कहा है क्योकिं अकसर लोगों को दातँ, जाढ़ या जबड़ो में दर्द हो ही जाता है। कभी -कभी नॉनवेज या सख्त भोजन खाने से भी दाँतो की मांसपेशियों में खिचांव पैदा हो जाता है उससे भी दर्द हो जाता है। परन्तु कभी कभी बिना किसी कारण के हमारे दाँत, जबड़ो में अचानक से दर्द हो उठता है हम कारण जाने इससे पहले ही वह दर्द फैल कर हमारे सिर तक पहुँच जाता है जो काफी खतरनाक संकेत है हार्ट अटैक का।

Heart attack ke sankat खाँसी का होना

कोई मिर्च – मसालेदार भोजन, चाट पकौड़ी खा लेने से कभी कभी खांसी होने लगती है जो कुछ ही समय में ठीक भी हो जाती है। परन्तु यदि आप पहले से हार्ट से सम्बंधित कोई दवा खा रहे हैं या ईलाज करवा रहे हैं तो इस प्रकार की खांसी आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक सिद्ध हो सकती है।

डाक्टरों का तो यहाँ तक कहना है कि यदि किसी को निरन्तर खांसी आ रही है तो रुमाल रखकर खाँसते समय यह जाँच करे कि खांसी के साथ बलगम में कोई सफेद या गुलाबी रंग तो नहीं निकल रहा है यह बहुत खतरनाक संकेत है Heart attack का। यदि किसी के साथ भी ऐसा कुछ हो तो तुरंत डाक्टर को दिखाना चाहिए।

Heart attack ke lakshan सांस लेने में कठिनाई होना –

कोई व्यक्ति सो रहा है सोते सोते अचानक हड़बड़ा कर उठ बैठे और अपनी सांस को तेज तेज़ अंदर व बाहर की तरफ खींचे तो हमझो उसे सांस लेने में परेशानी आ रही है। यह भी Heart attack का लक्षण हो सकता है।

Heart attack ke lakshan पाचन क्रिया की गड़बड़ी –

व्यक्ति कुछ भी भोजन खाता है परन्तु उसे सही से पच नहीं पाता या फिर खाना खाने के थोड़ी देर बाद ही उसे बदहज़मी की शिकायत हो जाती है। पेट भारी- भारी सा लगता है तो समझो यह भी हार्ट अटैक के लक्षण हैं।

Heart attack ke sankat खर्राटे लेकर सोना –

बहुत से महिला- पुरूष खर्राटे लेकर सोते हैं। अधिकतर लोगों को आपने भी खर्राटो के साथ सोते देखा ही होगा। कभी कभी खर्राटों की आवाज़ इतनी तेज़ होती है कि ऐसा लगता है मानो कोई गला दबा रहा हो। सांस लेने में कठिनाई होती है। जब व्यक्ति सांस खींचने में काफी ज़ोर लगाता है तब इसका प्रभाव सीधे हृदय पर पड़ता है और हृदय अपना काम तो कर देता है परन्तु उसे काफी परिश्रम करना पड़ता है। जो हार्ट अटैक का एक लक्षण माना जा सकता है।

Heart attack symptoms in hindi.

मानसिक परेशानी – आज के परिवेश में कौन ऐसा है जो मानसिक तनाव से ग्रस्त नहीं है। परन्तु कभी कभी इंसान को बहुत अधिक मानसिक तनाव हो जाता है। वह अपने मन की बात या परेशानी किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहता। अंदर ही अंदर तनाव झेलने के कारण उसके हार्ट पर इसका असर पड़ता है और व्यक्ति हार्ट अटैक के चक्रव्यूह में फंस जाता है।

नशे का आदी होना – जब व्यक्ति शराब पीता है या सिगरेट पीता है तब यह सब आदते उसके फेफड़ो पर असर डालती हैं और ज़ाहिर सी बात है हार्ट फेफड़ो में रक्त पंप करता है तो ऐसी दशा में हार्ट द्वारा फेफड़ो में रक्त का संचार कम हो जाता है जिस कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

symptoms of heart attack in hindi.
symptoms of heart attack.

हार्ट अटैक के कारण – causes of heart attack in hindi.

Heart attack का मुख्य लक्षण है कोरोनरी धमनी में किसी प्रकार की बीमारी उत्पन्न हो जाना या अवरोध उत्पन्न हो जाना। यदि समय पर ईलाज ना हुआ तो heart attack को आने से कोई नहीं रोक सकता। कुछ सामान्य कारण इस प्रकार से हैं……

High blood pressure उच्च रक्तचाप – यदि व्यक्ति का रक्तचाप सामान्य से अधिक या कम है तो समझो यह हार्ट अटैक का एक लक्षण हो सकता है।उच्च कोलेस्ट्रॉल / कोलेस्ट्रॉल का बढ़ जाना – दिल के लिए बेहद नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल माना जाता है जो हार्ट की दीवारों पर चिपककर उसे अपना काम सुचारू रूप से नहीं करने देता। यदि इसका ईलाज नहीं कराया तो हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।

मधुमेह के कारण हार्ट अटैक ।

Sugar ( मधुमेह ) – कहते हैं हर बीमारी की जड़ है शुगर। शुगर में व्यक्ति मीठा नहीं खा सकता । चक्कर आना, कमज़ोरी होना, पैरों में दर्द यह समस्या शुगर के मरीज़ो में होती है। यदि समय पर इस पर ध्यान नहीं दिया जाए तो जो हार्ट की समस्या को जन्म दे देती है।

मोटापा होना या शरीर का फूल जाना – मोटापा आजकल सामान्य बात हो गई है। इसका कारण हमारी जीवनशैली है जिसमें हम शारीरिक काम कम करते हैं और टेबल वर्क अधिक करते हैं। इससे हमारे शरीर से पसीना नहीं निकल पाता और गंदे अपशिष्ट भी हमारे अंदर ही रह जाते हैं । जो चर्बी का रूप लेकर हमारे शरीर को प्रभावित कर हमें मोटा कर देते हैं। यदि निरन्तर हमारा वज़न बढ़ रहा है और हम मोटे होते जा रहे हैं तो समझो यह भी हार्ट अटैक का एक लक्षण है।

● शरीर का कमज़ोर होना – व्यक्ति को बिना कोई काम किए यदि बहुत अधिक थकान महसूस होने लगना, नींद अधिक आना, नींद से उठकर भी आलस बना रहना, किसी काम में मन ना लगना समझो हार्ट अटैक के लक्षण हैं।

हृदय असहज होना –

किसी व्यक्ति का बिजनेस बहुत अच्छा चल रहा है धन की कोई कमी नहीं है। ऐसे में वह व्यक्ति केवल आराम ही करता रहता है। कोई काम नहीं करता। अपने पैरों पर चलकर कहीं आता जाता नहीं। कार गाड़ी का प्रयोग करता है । हार्ट भी तो तभी साथ देता है जब व्यक्ति अपना काम करता है। परिश्रम करता है। घूमता फिरता है। अधिक आराम व्यक्ति के हार्ट में जलन पैदा करने के लिए उत्तरदायी है। कभी कभी हार्ट में व्यक्ति को भारीपन भी महसूस होता है। यह भी हार्ट की बीमारी के लक्षण हैं।

● पारिवारिक विरासत – हार्ट की बीमारी ( Heart attack ) परिवार के पुराने इतिहास से भी सम्बंध रखती है। किसी व्यक्ति के दादा या परदादा को कभी हार्ट की समस्या रही हो तो कभी कभी यह समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी होती भी देखी गई है।

● सूजन – शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन आना । जबकि व्यक्ति द्वारा कोई भी ऐसा काम नहीं किया हो जो सूजन के लिए ज़िम्मेदार हो । यह भी हार्ट की बीमारी के लक्षण हैं।

● सांस लेने में परेशानी – यह बेहद सामान्य लक्षण होते हैं हार्ट अटैक के। इसमें व्यक्ति को अचानक सांस आना बंद हो जाता है। व्यक्ति बहुत कोशिश करता है कि उसे सही ढंग से सांस आ जाए परंतु वह सांस लेने में अस्मर्थ हो जाता है। जब दिल अपना काम सुचारू रूप से करने में सफल नहीं हो पाता तो फेफडों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। ऐसी हालत में चिकित्सक के पास अवश्य जाएँ।

हार्ट अटैक से बचाव – Treatment of heart attack in hindi.

हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हार्ट है अगर हम इसकी देखभाल करेगें, इसका ध्यान रखेगें। तभी यह हमारा भी ध्यान रखेगा। फिर भी यहाँ मैं कुछ बातें आपको बता रही हूँ जिससे हम काफी हद तक Heart attack से खुद को बचा सकते हैं…..

  • तला भुना भोजन अधिक ना खाएँ।
  • शारिरिक व्यायाम पर ध्यान दें।
  • टेबल वर्क जितना ज़रूरी हो उतना ही करें बाकी समय घूमते रहें।
  • नशे की प्रवृत्ति से दूर रहें ।
  • अधिक कॉफी चाय का सेवन ना करें ।
  • फल सब्जी अधिक खाएं ।
  • परिवार के बच्चों के साथ बातें करें और खेले ।

Heart attack se kaise bache.

  • प्रतिदिन अपने हसने के लिए समय निकालें। वैसे भी हसना जहाँ हमारे मुख मंडल की आभा बढ़ाता है वहीं हार्ट अटैक के खतरे को आने से रोकता भी है।
  • अधिक चिकना भोजन ना खाएं ।
  • प्रतिदिन टहलने ज़रूर जाएं ।
  • रात को समय पर सोए और जल्दी उठ जाएं ।
  • गुनगुना या नॉर्मल पानी पीएं ।
  • ठंडे पेय पदार्थ या भोजन बिल्कुल भी ना खाएं ।
  • अधिक ठंडे पानी से कभी ना नहाएं ।
  • सर्दियों में धूप में थोड़ी देर अवश्य ही बैठे ।
  • कोशिश करें कि कभी कभी- बिना कार या स्कूटर के पैदल ही मार्केट जाकर सामान लाएं।
  • अधिक गुस्सा ना करें।
  • अगर दिल में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी महसूस हो रही है तो तुरंत डाक्टर के पास जाएं।।
  • वज़न को ना बढ़ने दें ।
  • अधिक चिंता या मानसिक तनाव से दूर रहें।

निष्कर्ष – Heart attack अंत में केवल इतना कि यह हमारा शरीर हमारा है । हम इसे अपनी इच्छानुसार जैसा चाहे बना सकते हैं। हम इसे स्वस्थ भी रख सकते हैं और खराब भी कर सकते हैं। अपने खान पान, रहन सहन में कुछ बदलाव करके हम अपने दिल को अपना मित्र बना सकते हैं । यदि आप किसी Health प्रॉब्लम का सामना कर रहे है तो तुरंत योग्य चिकित्सा सलाह ले ।। शाहाना परवीन मुज़फ्फरनगर (यू० पी०) ।।

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