सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय । Sardi Jukam ke gharelu upay.

 Sardi Jukam ke gharelu upay.

Sardi Jukam ke gharelu upay. जुकाम से पीड़ित होने के बहुत से कारण हो सकते हैं । मौसम में बदलाव होने पर भी अनेक लोगों को जुकाम हो जाता है, बहुत से लोग अधिक ठण्डी चीज खाने या नमी से भरे वातावरण में रहने से भी जुकाम से ग्रस्त हो जाते हैं । आमतौर पर जुकाम होने पर लोग सीधे एलोपैथिक दवा का प्रयोग करते हैं, लेकिन जुकाम का इलाज घरेलू उपायों से भी कर सकते हैं ।

एक सर्वे के अनुसार – हर वर्ष इस बीमारी से ढाई से लेकर पाँच लाख रोगियों की मौत हो जाती है । विकसित तथा औद्योगिक देशों में 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में जुकाम से मरने वालों की संख्या अधिक होती है । अगर किसी देश में बहुत बड़ी संख्या में लोगों को फ्लू हो जाए, तो नजला- जुकाम महामारी की भाँति फैल सकती है । सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय । Sardi Jukam ke gharelu upay.

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सर्दी – जुकाम क्या है । What is common cold in hindi.

जुकाम को नजला भी कहते हैं । जो कि श्वसन तंत्र के संक्रमण के कारण होने वाला रोग है । इस रोग में रोगी की नाक प्रभावित होती है । सामान्य जुकाम वायरस के संक्रमण के कारण होता है । जुकाम होने का सबसे मुख्य कारण राइनोवायरस का संक्रमण है । नजला होने पर रोगी की नाक बन्द होने, नाक से पानी बहने, लगातार छींकें आने और गले की खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है ।

जुखाम या फ्लू ऐसे वायरस से होता हैं जो श्वासनली को नुकसान पहुँचाते हैं । ये एक छूत बीमारी है जो बीमार व्यक्ति के खाँसने या छींकने से से तेजी से फैलती है ।
नजला- जुकाम छूने से भी फैल सकता है । बालिग उम्र के लोगों में जुकाम के लक्षण दिखाई देने के दो दिन पहले से ही, से ही ये बीमारी फैलने लगती है । यह बीमारी प्रारम्भ होने के बाद भी सात दिनों तक इसका असर रहता है । अर्थात जुकाम का पता लगने के पहले से ही उसका फैलना शुरु हो जाता है ।

सर्दी जुकाम के लक्षण | common cold symptoms in hindi.

ज्यादातर लोग फ्लू और ठंड लगने में अंतर नहीं कर पाते । नजला- जुकाम और ठंड लगने के लक्षणों में नाक बंद होना , नाक बहना, कफ और गले में खराश होती हैं । निम्न लिखित लक्षण जुखाम और ठंड को अलग करते हैं –
1. तेज बुखार ।
2. सिर में दर्द ।
3. थकान और हरारत ।
4. घुटनों और जोड़ों में दर्द ।
5. कंपकंपी और पसीना आना आदि इसके पेट से जुड़ी प्रॉब्लम जैसे, उल्टी, दस्त, मिचली, आदि लक्षण बच्चों और बड़ों – दोनों में पाए जाते हैं । बहुत सी बार ये लक्षण एक सप्ताह तक रह सकते हैं, जबकि कमजोरी और हरारत बहुत दिनों तक हो सकती है ।

सर्दी जुकाम के जोखिम । Risk factors of common cold in hindi.

ज़्यादातर मामलों में जुकाम की बीमारी अधिक गंभीर नहीं होती, जुखाम से बेचैनी होती है । मगर कुछ पेचीदा मामलों में फ्लू से अनेक समस्याएँ पैदा हो जाती हैं । किन्तु ऐसा छोटे बच्चों, बूढ़ों और अधिक समय तक बीमार रहने वालों के साथ होता है, जिनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है । गंभीर जुकाम से होने वाली समस्याओं में जोखिम अधिक होता है ।

  • 1. नवजात और छोटे बच्चे ।
    2. 65 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोग ।
    3. किडनी के रोगी ।
    4. दिल की बीमारियों से पीड़ित लोग ।
    5. स्टोरोयड के रोगी ।
    6. मधुमेह के रोगी ।
    7. ब्रॉन्काइटिस और अस्थमा के रोगी ।
    8. कैंसर ट्रीटमेंट ले रहे मरीज ।

जुकाम से जुड़ी कुछ परेशानियों में शरीर में पानी की कमी, बैक्टीरिया से होने वाला मियादी बुखार आदि शामिल हैं । किन्तु इनसे भी गंभीर स्थिति में छाती में दर्द होने के साथ ही मधुमेह और अस्थमा के मरीजों के हृदय की धड़कन रुक भी सकती है ।

जुकाम का इलाज । Common cold treatment in hindi.

कहते हैं कि जुकाम का रोग वायरस से होता है, इसमें एंटीबायोटिक्स तब तक असर नहीं करती, जब तक बैक्टीरिया से जुड़ी कोई और बीमारी न हो जाए । इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण जैसे सिर और शरीर में दर्द , चिड़चिड़ापन आदि प्रमुख हैं । जुकाम से पीड़ित मरीजों को ये सावधानी रखनी चाहिएँ –

1. धूम्रपान बिल्कुल न करें ।
2. शराब का प्रयोग न करें ।
3. घर पर रहें एवं आराम करें ।
4. ठीक होने तक लोगों के सम्पर्क में आने से बचें ।
5. आराम करें और अपने शरीर को गर्म रखें ।
6. डिटॉल लिक्विड हैंडवॉश या हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथ को कीटाणुओं से दूर रखें ।
7 – तरल खाद्य और पेय पदार्थों का अधिकतम इस्तेमाल करें ।
8. जुकाम के रोगी के लिए अलग बर्तन का इस्तेमाल करें और उसे डिटॉल मल्टीयूज हाइजिन लिक्विड से साफ करें ।

सर्दी फ्लू से बचने के उपाय | sardi flu se bachane ke upay.

अधिकांश विशेषज्ञों की सलाह है कि, जुकाम से बचाव का सर्वश्रेष्ठ तरीका है प्रतिवर्ष वैक्सिन लेना । जुकाम की दो प्रकार की दवाएँ उपलब्ध हैं । फ्लू शॉट और नाक में स्प्रे करने वाली फ्लू की दवा । फ्लू शॉट सिरींज की सहायता से बाँह में लगाई जाती है । छह माह से अधिक उम्र का कोई भी रोगी ये दवा ले सकता है । नाक में स्प्रे करने वाला फ्लू वैक्सिन जीवित, कमज़ोर फ्लू वायरस से तैयार होता है, जो बीमार होने से बचाता है ।

जुकाम के तीन प्रकार के वायरस होते हैं –

  • 1. A (H3N2) वायरस,
    2. A (H1N2) वायरस,
    3. B वायरस । जैसे-जैसे वायरस पैदा होते और बढ़ते हैं, उसी प्रकार वैक्सिन भी बदली जाती हैं ।

Home remedies of common cold in hindi. 

सर्दी-जुकाम का घरेलू उपाय । Home remedies of common cold in hindi.

सर्दी जुकाम एक आम समस्या है जो बदलते मौसम में हर किसी को अपनी जकड़ में जकड़ लेती हैं । सर्दी जुकाम का असर सप्ताह भर तक रहता है लेकिन यदि समय से इलाज न किया जाए तो कई प्रकार की बीमारियों हो सकती हैं जैसी टीबी, दमा एवं अन्य बीमारियां । कुछ घरेलू उपाय हैं जिसे आप घर पर रह कर चिकित्सक की सलाह से उपयोग कर सकते है तो चलिए जानते है सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय ।

तुलसी और अदरक से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय । Tulsi se Sardi Jukam ke gharelu upay.

ये दोनों ही अत्यंत लाभदायक होते हैं । तुलसी में बहुत से उपयोगी गुण होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि में अत्यधिक फायदे मंद होते हैं । तुलसी की पत्तियाँ चबाने से कोल्ड और फ्लू नहीं होता हैं ।

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हल्दी से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय । Haldi se Sardi Jukam ke gharelu upay.

सर्दी- जुकाम के इलाज में हल्दी अत्यधिक लाभदायक होती है । बहती नाक के इलाज के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं सूंघने से नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा और शीघ्रता से आराम मिलेगा । अदरक के रस में तुलसी मिला कर इसका सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है । कुछ लोग इसमें शहद भी मिला कर सेवन करते हैं ।

सभी प्रकार की खाँसी के लिए और गले के रोंगो के लिए बहुत लाभदायक होता है, हल्दी को भोजन में शामिल करने पर इम्यूनिटी बढ़ाने और बीमारी से बचाने के लिए भी जाना जाता है । प्रति दिन सोते समय एक गिलास गर्म हल्दी वाला दूध पीने से गला कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है ।

नमक और अदरक से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय । Namak se Sardi Jukam ke gharelu upay.

अदरक को छोटे टुकड़ों में काटकर उसमें नमक मिलाकर चूसने से इनके रस से गला साफ हो जाएगा और नमक से कीटाणु मर जाएँगे ।

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गुनगना पानी से सर्दी जुकाम व खांसी का घरेलू उपाय । garm pani se Sardi Jukam ke gharelu upay.

गुनगुना पानी पीने से गले में जमा कफ खुलेगा और बहुत आराम मिलेगा । गुनगुना पानी सर्दी ,खाँसी, और गले में खराश को दूर करने में सहायक होता है । गुनगुना पानी गले की सूजन को भी कम करता है और शरीर से इंफेक्शन को दूर करता है ।

आँवला से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय । Avale se Sardi Jukam ke gharelu upay.

आंवले में अत्यधिक मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है, जो खून के संचार को सुचारु करता है , इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जिसके कारण रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बहुत बल प्राप्त होता है ।

गेहूं की भूसी से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय | Gehun ki bhusi se Sardi Jukam ke gharelu upay.

खाँसी- जुकाम के उपचार के लिए गेहूं की भूसी बहुत फायदेमंद होती है । 10 ग्राम गेहूं की भूसी, पाँच लौंग और थोड़ा सा नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल कर एक कप काढ़ा पीने से तुरंत आराम मिल जाता है ।

सेब का सिरका से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय । seb ka sirake se Sardi Jukam ke gharelu upay.

अनेकों प्रकार के घरेलू उपायों में सेव का सिरका प्रयोग किया जाता हैं । सेवा का सिरका खाँसी की अचूक दवा है । बिना छाना हुआ सेब का सिरका एक भाग और दो भाग ठण्डा पानी मिलाकर दो पट्टियाँ भिगोकर इन्हें निचोड़कर एक को माथे पर और एक को पेट पर रखें । दस-दस मिनट के बाद पट्टियाँ बदलते रहने से बुखार कम हो जाता ।

अजवायन के फूल से सर्दी जुकाम का घरेलू उपाय । Ajwain se Sardi Jukam ke gharelu upay.

प्रत्येक रोग में अजवायन अत्यंत लाभदायक होता है । यह खाँसी-जुकाम, गले में खराश, ब्रोंकाइटिस और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक रामबाण उपाय है । आधुनिक शोध में यह प्रमाणित हुआ कि अजवायन के फूल (thyme) और आइवी के पत्तों (ivy leaves) से युक्त कफ सिरप के सेवन से तीव्र ब्रोंकाइटिस वाले लोगों में प्रभावी ढंग से और अधिक तेजी से खाँसी में आराम देता है ।

अजवायन के पौधे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इससे होने वाले लाभ को बहुत बढ़ा देता है । खाँसी के इलाज करने के लिए, एक कप गर्म पानी में दो चम्मच सूखे अजवायन डालकर थाइम चाय बनने के बाद इसे दस मिनट रख कर छानकर पीने से लाभ होता है ।

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सर्दी जुकाम से बंद नाक का घरेलू उपाय । sardi se band naak ka gharelu upay.

1. कालीमिर्च, इलायची दालचीनी और जीरे के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांधकर इन्हें सूंघने से छींक आएगी और धीरे-धीरे बंद नाक खुल जाएगी ।

2. काली मिर्च – आधा चम्मच काली मिर्च के पाउडर को देसी घी के साथ मिलाकर खाने से खाँसी-जुकाम में बहुत आराम मिलता है ।

3. गाजर का रस – खाँसी-जुकाम में गाजर का रस बहुत फायदेमंद होता है । बिना बर्फ के ही इसका सेवन करना चाहिए ।

3. गर्म पदार्थों का सेवन – खाँसी -जुकाम में सूप, चाय और गर्म पानी का सेवन करें । ठंडा पानी, मसालेदार खाना आदि का सेवन न करें ।

3. विटामिन – विटामिन-सी और विटामिन-डी के सप्लीमेंट लेने से ये, इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही सर्दी-जुकाम में बहुत फायदेमन्द होते हैं । इनके सेवन से बहुत आराम मिलता है।

सर्दी जुकाम व खांसी का घरेलू उपाय । Sardi khasi, Jukam ke gharelu upay.

1. एलोवेरा – खाँसी बड़ों की हो या बच्चे की, सभी में एलोवेरा का रस और शहद का मिश्रण बहुत लाभदायक होता है । यह खाँसी की अचूक दवा मानी जाती है ।

2. अनार का रस – अनार के रस में थोडा सा अदरक और पिपली का चूर्ण डाल कर सेवन करने से खाँसी में राहत मिलती है ।

3. लहसुन – लहसुन की कलियों को छील कर घी में भून कर गर्म-गर्म ही खा लेने से स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आराम दायक है ।

4. तुलसी और बांसा – दोनों की 5 – 5 ग्राम पत्तियों को पीसकर पानी में उबाल कर काढ़ा पीने से खाँसी और दमे की बीमारी में बहुत लाभ होता है।
5. अलसी – अलसी के बीजों को उबाल कर उसमें नीबू का रस और शहद भी मिला कर इसका सेवन करने से जुकाम और खाँसी से छुटकारा मिलेगा ।

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6. निम्बू , शहद, और इलायची का मिश्रण – आधा चम्मच शहद में एक चुटकी इलायची पाउडर और नींबू के रस की बूंदे डालकर इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करने से खाँसी -जुकाम में बहुत लाभ मिलता है।

उपरोक्त सभी प्रकार की सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है । सर्दी जुकाम होने पर पेरासिटामोल टेबलेट लेने के सुयोग्य चिकित्सक की सलाह पर ही इनका प्रयोग करना चाहिए ।। डॉ. राजेश कुमार जैन ।।

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