माइग्रेन के लक्षण एवं उपचार । migraine meaning in hindi

Migraine meaning in hindi.

Migraine meaning in hindi. आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी व्यक्ति को सिर दर्द दे रही है और हो भी क्यों ना सुबह से लेकर शाम तक व्यक्ति बस काम ही तो करता रहता है उसके पास अपने लिए भी समय नहीं है।

शरीर को केवल थकावट ही होती है इसलिए जब अधिक तनाव हो जाता है तब इस प्रकार की स्थिति में गर्दन की मांस पेशियों में सिकुड़न आ जाती है। जिससे निरन्तर या फिर कुछ अंतराल के पश्चात तेज़ सिरदर्द हो सकता है।

यही दर्द “माइग्रेन का दर्द” कहलाता है। आज हम इसी विषय पर बात करेगें कि माइग्रेन होता क्या है ? तो जानते है – Migraine meaning in hindi. के बारे में

Table of Contents

माइग्रेन क्या है in hindi. ? migraine meaning in hindi. ?


कहा जाता है कि यह एक दीर्घकालिक सिरदर्द है। निरन्तर कई घंटों या दिनों तक सिर में काफी तेज़ दर्द होता है। व्यक्ति को चैन और आराम नहीं मिल पाता।

माइग्रेन का अर्थ । migraine meaning in hindi.

Migraine meaning in hindi. यानी हिंदी अर्थ अधकपारी होता है यानी माइग्रेन एक प्रकार का आम सिरदर्द ही है यदि हम महिलाओं की बात करें तो किन्हीं 10 मे से 2 महिलाओं को माइग्रेन के दर्द की परेशानी हो सकती है।

Migraine meaning in hindi. माइग्रेन रूक रूक कर होने वाला न्युरोवेस्कुलर विकार है जिसमें दिमाग में खून का संचार काफी बढ़ जाता है और इसी कारण उसे तेज सिरदर्द होने लगता हैं । जो किसी भी व्यक्ति को चैन नहीं लेने देता और अक्सर इसके साथ कई स्वैछिक तंत्रिका तंत्र से संबंधित लक्षण भी होते है ।

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Migraine meaning का अंग्रेजी अर्थ माइग्रेन होता है जो एक ऐसा सरदर्द है जो लगातार सर दर्द ( Head ache ) होता है ।


माइग्रेन के दर्द का स्थान – migraine headaches.

माइग्रेन का दर्द आमतौर पर सिर के एक सिरे से बीचों बीच या पीछे की तरफ से उठता है| कभी यह रह रह कर कई हफ्तों या महिनो तक या फिर सालो तक खास अंतराल मे उठता है जो 2 से लेकर 72 घंटो तक बना रहता है| बहुत ही भयावह का अहसास कराने वाला होता है माइग्रेन का दर्द ।

माइग्रेन के प्रकार in hindi. – Type of migraine –

माइग्रेन के कई प्रकार के होते है लेकिन मुख्य रूप से 5 प्रकार के होते जैसे दृष्टि समन्धित माइग्रेन, दृष्टि रहित माइग्रेन, मासिक धर्म माइग्रेन आदि मुख्य है । तो चलिए जानते है माइग्रेन के प्रकारों के बारे में –

दृष्टि संबंधी माइग्रेन ( visual migraines ) –

यह माइग्रेन के अंर्तगत दृष्टि सम्बंधित दोष होते है । एक शोध के अनुसार इस प्रकार का माइग्रेन 25% लोगों में पाया जाता है ।

दृष्टि रहित माइग्रेन ( Comman migraine ) –

यह माइग्रेन में उल्टी होना, बहुत तेज सरदर्द आदि प्रॉब्लम होती है । यह करीब 11% लोगों में पाया जाता है ।

मासिक धर्म माइग्रेन – Migraine meaning in hindi.

यह केवल महिलाओं में पाया जाता है जो केवल पीरियड्स के दौरान होता है । शोध के अनुसार लगभग 50% से अधिक महिलाओं में पाया जाता है ।

क्रोनिक माइग्रेन ( Chronic Migraine )

यह माइग्रेन ज्यादा दवाइयों के सेवन के कारण होता है । इसमे सिर दर्द के टिशू होते हैं ।

ऑप्टिकल माइग्रेन ( optical migraine ) –

यह एक ऐसा माइग्रेन है जिनका दर्द केवल आँख होता है इसलिए इसे Eye माइग्रेन भी कहा जाता है ।

माइग्रेन के कारण – migraine causes.

अगर हम माइग्रेन के कारण की बात करें तो अभी तक इसका कोई सटीक कारण ज्ञात नहीं हो पाया है। सर्वे में तो यही बात सामने आई है कि यह दिमाग में नाड़ियों के सिग्नल, blood veins में अल्पकालिक गातिविधि के कारण होता है। सामान्य शब्दों में कहें तो ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और तनाव आदि की वजह भी माइग्रेन को बढ़ाने में पूर्ण रूप से उत्तरदायी मानी गई है।

कभी कभी अधिक ठंड लग जाना, वायरस और तेज़ बुखार भी माइग्रेन का कारण बन जाते हैं। nature or weather changing and harmonal changing भी इसे increase कर देते हैं। ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और तनाव आदि की वजह भी माइग्रेन को बढ़ाने में पूर्ण रूप से उत्तरदायी मानी गई है। चलिए चर्चा करते हैं कुछ कारणों की….

Hormonal changing/ हार्मोनल परिवर्तन –

कभी किसी महिला में यह देखा गया है कि उनकीे माहवारी/ पीरियड्स के आस-पास के दिनों में या फिर दो तीन दिनों के बाद माइग्रेन का दर्द होता है। ऐसा संभवत: ईस्ट्रोजन जैसे harmones के स्तर में घटित परिवर्तन के कारण होता है। काफी महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने के बाद माइग्रेन में सुधार होते देखा गया है।

जबकि यह भी कहा गया है कि मासिक धर्म का बंद होना माइग्रेन बढ़ा सकता है परन्तु यह निर्भर करता है महिला के शारीरिक परिवर्तनों पर । यही नहीं किसी महिला मे माइग्रेन इतना खतरनाक रूप ले लेता है कि उनकी हालत काफी खराब हो जाती है।

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Emotional changing/ भावानात्मक कारण –

● अधिक तनाव का हो जाना ।
● किसी काम को लेकर अधिकता से अधिक उत्सुकता का जाग्रत होना या उत्तेजित हो जाना।
● किसी व्यक्ति द्वारा कोई ऐसा दुख देना कि आघात लग जाए या तेज़ धक्का लगे इससे भी मानसिक तनाव बढ़ जाता है और माइग्रेन की समस्या हो जाती है।
● किसी भी प्रकार की टेंशन का होना ।
● जब चारों तरफ से व्यक्ति को निराशा ही हाथ लगती रहती है तब भी वह परेशान हो जाता है और माइग्रेन का शिकार बन जाता है।

Physical changing / शारीरिक परिवर्तन –

● शरीर में थकावट का होना ।
● सही तरह से नींद ना आना या नींद का पूरा ना हो पाना ।
● नौकरी में शिफ्टों को बदल बदल कर काम करना ।
● शरीर को गलत मुद्रा में बैठाना या खड़ा करना या कोई भी ऐसा काम करना जो शरीर स्वीकार नहीं कर रहा हो ।
● गर्दन अथवा कंधे में खिंचाव का होना ।
● ना चाहते हुए भी Exercise या व्यायाम का करना ।

◆ भोजन से सम्बंधित –
● देर से भोजन करना।
● अनियमित आहार का सेवन करना ।
● पानी की कमी डीेहाईड्रेशन हो जाना ।

● शराब का सेवन करना
● अधिक चाय और कॉफी जैसे कैफ़िन उत्पादो का उपयोग करना।
● अधिक चॉक्लेट खाना, खट्टे फलो का सेवन करना और पनीर जैसे विशिष्ट खाद्य पदार्थ अधिक मात्रा में खाना।

 कुछ पर्यावरिक परिस्थितियों के कारण – Migraine meaning in hindi.

● घर या कमरे में अत्यधिक प्रकाश का होना। जो हमारी आँखो को चुभता हो या हमें अजीब सा अहसास कराता रहे।
● Television या mobile, computer की चमकती लाइट।
● Smoking room / धूम्रपान की गंध आदि कारण ।

● जहाँ आप रहते हैं वहाँ आसपास अत्याधिक शोर का होना।
● बहुत अधिक ठंडा या फिर गरम इलाका होना।
● अजीब सा माहौल कि आपको बिल्कुल भी रहने का मन ना करे पर फिर भी आपको रहना पड़े। अर्थात घुटन भरा वातावरण ।

Medicines / औषधियाँ | Migraine meaning in hindi.

● निरन्तर लंबे समय से दवाईयाँ खाते रहना।
● नींद की गोलियाँ खाकर सोना।
● संयुक्त गर्भनिरोधक गोलियोऔ का सेवन करना।
● (HTR) हार्मोन प्रतिस्थापन थेरैपी जो उन महिलाओं द्वारा अपनाई जाती हैं। जिनका मासिक धर्म के बंद हो गया हो और जिन्हें अनेको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो।

माइग्रेन के लक्षण in hindi – Migraine symptoms in hindi. –

आजकल हर किसी को सिरदर्द की शिकायत रहती है, ऐसे में Migraine की पहचान करना काफी मुश्किल है कि यह साधारण सिरदर्द है या फिर माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द ? हम बताते हैं माइग्रेन के कुछ ऐसे लक्षण जिनको जानकर आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यह बीमारी माइग्रेन की ही है। जानते हैं कुछ ऐसे लक्षण जो माइग्रेन को चरणों में विभाजित करते है – माइग्रेन के लक्षण in hindi –

प्रोड्रोम – इसके अन्तर्गत मरीज़ को सिरदर्द होने से पहले शरीर में कुछ लक्षण दिखाई पड़ने लगते हैं जैसे कि तीव्र प्रकाश का बर्दाश्त ना होना, कोई तेज़ आवाज़ के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाना या उदास हो जाना आदि।

थकान – शरीर में थकान का रहना। कुछ भी काम करते ही तुरंत यकान महसूस करना।

भूख में कमी – किसी को खाने की बिल्कुल भी इच्छा नहीं होती और कोई बार बार भोजन की चाहत रखता है।

मनोदशा में बदलाव – मरीज़ का मन किसी भी जगहा नहीं टिकता। उसे बेचैनी महसूस होती रहती है। उसकी मनोदशा बदलती रहती है। कभी गंभीर होता है तो कभी उसका स्वभाव पहले से अलग होता है।

गंभीर प्यास – मरीज़ को बहुत अधिक प्यास लगने लगती है। उसका मन बार बार कुछ पीने को करता रहता है।

सूजन – शरीर के कुछ भागों मे सूजन आने लगती है।

कब्ज या दस्त – मरीज़ को या तो अत्यधिक कब्ज की शिकायत हो जाती है या फिर दस्त लगने लगते है।


ऑरा – Migraine के कारण जो सिरदर्द की पहचान की जाती है वह ‘ऑरा’ के नाम से जानी जाती है। इसके अन्तर्गत मरीज़ को दृष्टि से सम्बंधित परेशानियाँ होती हैं। टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं दिखाई देना और आंखों के सामने काले धब्बे दिखाई देना इस बीमारी के लक्षणों में आता है। यही नहीं बल्कि कभी कभी त्वचा में चुभन भी होती है और शरीर के कई हिस्सो या फिर पूरे ही शरीर में कमजोरी महसूस होती है।

माइग्रेन के संकेत / लक्षण । Migraine meaning in hindi.

Migraine से ग्रस्त लोगों में साइनस के लक्षण भी दिखाई देते हैं। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमे रुक रुक कर सिर में दर्द होता है जो व्यक्ति में तनाव उत्पन्न करता रहता है।

सुन्न हो जाना – मरीज़ का शरीर सुन्न होना आरंभ हो जाता है और शरीर के एक तरफ झुनझुनी सी महसूस होने लगती है।

भाषा में अंतर – Migraine के मरीज़ साफ-साफ बोल नहीं पाता और जो कहना चाहता है वह समझा नहीं पाता।

भारीपन का आ जाना – व्यक्ति की बाहों और पैरो में अचानक भारीपन आ जाता है।

अजीब ध्वनि सुनाई पड़ना – व्यक्ति के कानों में अजीब तरह की आवाज़े आनी शुरू हो जाती हैं।

अटैक – यह दर्द ऐसा है जो अचानक प्रहार नहीं करता बल्कि धीरे धीरे सिर में बढ़ना शुरू करता है। दर्द व्यक्ति के सिर के एक तरफ से दूसरी तरफ को जाता है । लगभग 80- 82 प्रतिशत लोगों में उल्टी की समस्या देखी गई है। मरीज़ को बेहोशी आ जाती है।

अन्य सामान्य कारण – सिर के एक तरफ चुभता हुआ सा दर्द होता है। यह दर्द कुछ घंटो या फिर दो तीन दिन तक बना रहता है। किसी को उल्टी भी आ जाती है और कहीं पर गैस्टिक की समस्या भी होती देखी गई है।

• भयानक सिरदर्द के साथ आँखो से पानी निकलता रहता है।

• नाक से सांस लेने में कठिनाई होती है । पूरी नाक जाम हो जाती है।

• नींद सही ढंग से नहीं आती और शरीर थका थका सा रहने लगता है।

Treatment of migraine.

माइग्रेन के बचाव – Treatment of migraine in hindi.

हम कुछ बातों को ध्यान में रखकर माइग्रेन ( Migraine meaning in hindi. ) जैसी बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं बस हमें करना यह होगा कि जिस प्रकार का हम जीवन जी रहे हैं उसमें हमें कुछ बदलाव करने होगें जिसे Migraine से बच सकते हैं ।

• प्रतिदिन योग करना होगा |

• प्राणायाम बहुत अच्छा आसन है।

• अगर संभव हो तो मेडिटेशन भी करना शुरू कर दें। इसके लिए दिन या रात में एक ही समय रखें जब आप इसे कर पाएँ।

• कब्ज बिल्कुल भी न होने दें।

• पौष्टिक भोजन का सेवन करें जहाँ तक हो सके तले भुने खाद्य पदार्थों से बचे।

• किसी भी तरह का नशा ना करें और ध्रुमपान से दूर रहें।

माइग्रेन का निदान कैसे करें । Migraine se kaise bache.

• अधिक कॉफी या चाय ना पिएं।

• बादाम के तेल से अपने सिर की मालिश अवश्य करते रहें।

• किसी भी विषय पर अधिक देर तक या दिनों तक सोच विचार ना करें।

• कोशिश करें कि खुश रहें और परिवार के साथ बैठकर हसें भी।

• टेलीविजन पर अच्छे हसी मज़ाक वाले कार्यक्रम देखें जिनसे तनाव से दूर रहें।

• बार बार किसी बात को लेकर अपने भाग्य को कोसे नहीं बल्कि यह सोचें कि ईश्वर की ऐसी ही इच्छा थी।

• तापमान का ध्यान रखना चाहिए। अधिक ठंडी जगहा से गरमी में ना जाएँ और अधिकगरमी की स्थिति में एकदम ठौडा पानी ना पीएँ।

• अधिक गरमी में बाहर जाने से बचें अगर आवश्यकता पड़े तो छतरी लेकर जाएँ।

• बाहर जाते समय सनग्लासेस का प्रयोग करें।

माइग्रेन का उपचार – home remedies for migraine.

यह कहावत तो आप सभी ने सुनी ही होगी कि संसार में ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका उपचार ना हो। जी Migraine नामक बीमारी का उपचार भी आज हम आपको बताते है । सिर के किसी एक हिस्से में बहुत तेजी से होने वाला दर्द है माइग्रेन। वैसे तो डॉक्टर इस दर्द का उपचार कर देते हैं परन्तु हम भी अपनी सूझ बूझ के माध्यम से घर पर ही इसका उपचार कर सकते हैं। जानिए किस तरह से – Migraine meaning in hindi.

• अधिक ठंडा पानी ना पीएँ।

• प्रतिदिन 8 से 10 ग्लास पानी ज़रूर पिये वरना डिहाइड्रेशन हो सकता है। यही वह कारण है जो माइग्रेन की समस्या को बढ़ावा देता है।

• अधिक मिर्च मसालों का सेवन ना करें। 

• महिलाओ को चाहिए कि वह गर्भनिरोधक गोलियां न खाए अगर गर्भनिरोधक गोलियां लेने की अधिक आवश्यकता आ पड़ी हो तो कम से कम डोज़ में लें।

• सुबह सुबह टहलने जाये।

• माइग्रेन के मरीजों को तरल पदार्थ अधिक लेना चाहिऐ। सूप, नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ, लस्सी आदि पीने से उनका पेट सही रहेगा और कब्ज की शिकायत भी नहीं होगी।

• फल और हरी सब्जियाँ जहाँ तक हो सके, खाते रहें।

• अपने भोजन में नमक की मात्रा कम कर दें। पूरे दिन भर में आधा छोटा चम्मच नमक ही लें तो और बेहतर है।

• चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक, अधिक पेय पदार्थ या फिर एनर्जी वाले ड्रिंक आदि लेने से बचें।

• शराब से दूर रहें।

• कभी कभार उपवास/ व्रत भी माइग्रेन  की परेशानी बढ़ाते हैं इसलिए इससे बचें।

माइग्रेन का इलाज । Migraine meaning in hindi.

आइस पैक – माइग्रेन के कारण जो मांसपेशियाँ सूज गई हैं उनको रिलैक्स करने के लिए आइस पैक काफी फायदेमंद होता है। ऐसा करें एक साफ कपड़ा लेकर उसमें आइस के कुछ टुकड़े रखें। अब इनसे मरीज़ के सिर, माथे और गर्दन के पीछे 10-15 मिनट सिकाई करें। मांसपेशियाँ सूज गई हैं उनको रिलैक्स करने के लिए आइस पैक काफी फायदेमंद होता है।

पढ़े – अश्वशिला कैप्सूल के 11 फायदे । Patnjali ashwashila capsule in hindi.
ऐसा करें एक साफ कपड़ा लेकर उसमें आइस के कुछ टुकड़े रखें। अब इनसे मरीज़ के सिर, माथे और गर्दन के पीछे 10-15 मिनट सिकाई करें। अगर घर में पिपरमिंट ऑयल उपलब्ध है तो उसकी कुछ बूंदे आइस पर डालने से असर जल्दी होता है। एक बार इस्तेमाल करके ज़रूर देखें।

माइग्रेन का घरेलू उपाय । Migraine ka gharelu ilaaj.

पिपरमिंट चाय – मरीज़ को पिपरमिंट की चाय बनाकर पिलाइये।

पिपरमिंट और शहद का सेवन – इसके अन्तर्गत पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदे लेकर आधे गिलास पानी में एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर भी पिला सकते हैं।

पिपरमिंट ऑयल से मरीज़ के सिर और माथे पर 20-25 मिनट मालिश करने से भी लाभ होते देखा गया है।

सेब का सिरका से माइग्रेन का घरेलू उपाय – apple cider se migraine ka ilaaj.

कहते हैं सेब का सिरका भी migraine में काफी आराम पहुचाँता है। एक गिलास पानी लेकर उसमें एक छोटा चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद डालकर पीना चाहिए। महीने भर पीने से आराम होते देखा गया है। मरीज़ ग्रीन एप्पल को सूंघकर भी इस रोग से अपना उपचार कर सकता है।

Lavender Oil – इसकी महक बहुत अच्छी होती हैं गरम पानी में कुछ बूंदे लैवेंडर ऑयल की डालकर सूंघने से काफी लाभ होगा।

तुलसी का तेल – मांसपेशियों मे राहत देता है और मन को शांत रखता है।

दैनिक आहार में बदलाव – एवोकाडो, केला और खट्टे फल आदि का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है। इसके अलावा peanut butter खाना चाहिए वह मक्खन से अधिक अच्छा माना गया है केवल माइग्रेन मरीज़ो के लिए ही है यह बात।

अदरक से माइग्रेन का घरेलू इलाज – Adrak se migraine ka ilaaj.

migraine के दौरान मरीज़ को उल्टी जैसा लगता है तो अदरक इसके लिए काफी आरामदायक साबित हुआ है। अदरक को छीलकर काटकर पानी में उबाल लें। अब इस पानी में एक चम्मच शहद व कुछ बूंदे नींबू के रस की मरीज को पिलाएँ।

कॉफी – वैसे तो ऐसा कहा जाता है का माइग्रेन में कॉफी नहीं पीनी चाहिए परन्तु किसी को कॉफी पीने से माइग्रेन के दर्द में काफी आराम नज़र आता है। कॉफी में मौजूद कैफीन माइग्रेन में एडेनोसाइन के प्रभाव को कम कर देता है इससे तुरंत लाभ मिलता है और मरीज़ रिलैक्स महसूस करता है।

धनिया – धनिये के बीज़ो से तैयार चाय माइग्रेन में एकदम से आराम पहुँचाती है।

माइग्रेन के लिए योग व व्यायाम । Yoga for migraine meaning in hindi.

माइग्रेन की समस्या से मुक्ति के लिए 10 से 15 मिनट तक प्रतिदिन व्यायाम करे | सुबह के समय कुछ देर सीधे बैठकर धीरे- धीरे गहरी सांस ले और छोडे और ऐसा करने से migraine से निपटने में आसानी होगीं और मरीज़ को आराम मिलेगा।

निष्कर्ष – Migraine meaning in hindi. यह हमारा शरीर है हमें नहीं पता कि कब कहाँ से हमारे शरीर में कौन सी बीमारी प्रवेश कर जाए …ऐसे में हम सभी का यह कर्तव्य है कि हमें ईश्वर की दी सबसे सुंदर इस काया का ख्याल रखना चाहिए और खुश रहना चाहिए। किसी ने क्या खूब कहा है….हसना सेहत के लिए रामबाण औषधि है।। शाहाना परवीन…✍️

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