अनुलोम विलोम के फायदे, नुकसान | Anulom vilom ke fayde.

Anulom vilom ke fayde.

Anulom vilom ke fayde. अनुलोम विलोम एक प्रकार का योग है । जो सबसे साधारण एवं फायदेमंद है । इसे नियमित रूप से करने पर बहुत सारे फायदे होते हैं । जैसे डिप्रेशन दूर होता हैं, फेफड़े स्ट्रांग होते, ब्लड प्रेशर एवं ब्लड सर्कुलेशन के लिए बहुत ही उपयोगी होता है । इसके अलावा पूरी बॉडी में ऑक्सीजन का सही तरीके से सप्लाई होना आदि ।

हालांकि नुकसान की गुंजाइश कम है लेकिन लेकिन अस्थमा एवं दिल के रोगियों को थोड़ी बहुत सावधानी बरतने की नीड होती है । जैसे योगी को सांस को अधिक समय तक नही रोकना चाहिए । तो चलिए जानते है अनुलोम विलोम के फायदे और नुकसान एवं नियम –

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अनुलोम विलोम क्या होता हैं ? Anulom vilom kya hai.

जब इस शब्द का विचच्छेद करें तो इनका अर्थ प्राण और आयाम l यानी प्राण अर्थात साँस या श्वास और आयाम याने विस्तार देना या बढ़ाना l प्राणायाम हमारी प्राणवायु को नियंत्रित करने की क्रिया है l या हम कह सकते हैं कि हमारे शरीर में श्वास कि ऊर्जा को बढ़ाना l शाब्दिक अर्थ देखें तो अनुलोम याने ऊपर से नीचे आने की क्रिया और विलोम याने उल्टा l

कैसे करें अनुलोम विलोम प्राणायाम । Anulom vilom kaise kar

सुबह उठकर सुखासन या पद्मासन में बैठना है l रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी रखना है l अब अपनी बायें हाथ को बायें घुटने पर ध्यान मुद्रा में रखना है l अब आपको दाहिने हाथ के अंगूठे से नाक के दाए छिद्र को बंद करना है l और फिर बायें नाक के छिद्र से श्वास अंदर लेना है l थोड़ी देर श्वास को रोकना है l

अब दाएं नाक से श्वास को बाहर निकालना है l अब बायें नाक के छिद्र को अनामिका उंगली से बंद करना है l और दाएं नाक के छिद्र से श्वास अंदर लेनी है l अब थोड़ी देर रुकना है l फिर बायें नाक के छिद्र से श्वास बाहर निकलना है l इसी क्रिया को रोज सुबह खाली पेट पाँच से आठ बार करना चाहिए l याद रहे कि जितनी बार श्वास अंदर ली है उतनी बार श्वास बाहर भी निकले l

अनुलोम विलोम प्राणायाम को कब करें । Anulom vilom kab kare.

इस प्राणायाम को आप सुबह कर सकते है और संध्या के समय में भी कर सकते हैं l मगर ध्यान रहे कि आपका पेट भरा हुआ ना हो मतलब कि खाली हो l आप जहाँ ये प्राणायाम करने बैठें तो वहाँ आसपास का वातावरण शुद्ध हो l

अनुलोम विलोम योग के नियम । Anulom Vilom Ke Niyam.

अनुलोम विलोम एक ऐसा प्राणायाम है जिसे करने के लिए थोड़ा ध्यान देने यानी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है । इनके नियम इस प्रकार है –

● अनुलोम विलोम प्राणायाम का सही समय सुबह का होता है ।
● अनुलोम विलोम योग को सुबह शौच जाने के बाद शुरू करें ।
● अनुलोम विलोम करने से पहले एवं करने के बाद करीब आधे घंटे तक कुछ खाने पीने से परहेज करें ।
● यदि आप कोई ट्रीटमेंट ले रहे है तो एक डॉक्टर से सलाह अवश्य ले ।
● यदि कोई संध्या के समय करना चाहते हैं तो ध्यान रखें कि भोजन करने का अंतराल कम से कम 4 – 5 घण्टे का होना चाहिए ।

अनुलोम विलोम के फायदे | Anulom vilom ke fayde.

अनुलोम विलोम एक ऐसा प्राणायाम है जिसे नियमित रूप से करने पर बहुत सारे फायदे होते है । यह पूरे शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई करने में सहयोगी होता है जिसे अधिकतर विकार दूर हो जाते है । इतना ही नहीं लकवा जैसी बीमारी के लिए उपयोगी सिद्ध होता है । इसे नियमित रूप से करने पर दिल के ब्लॉकेज खुल जाते हैं l ब्लड प्रेशर के मरीज ठीक होने लगते हैं l तो चलिए जानते है इनके फायदे के बारे में –

Anulom vilom ke 101 fayde.

अनुलोम विलोम के 101 फायदे । Anulom vilom ke fayde.

● वेरिकोज वेन्स कि परेशानी में राहत मिलती है l
● कोलेस्ट्रॉल के लिए यह फायदेमंद होता है l
● मानसिक बीमारियाँ दूर हो जाती हैं l
● किडनी की समस्या दूर होती है l
● कैंसर के मरीजों को राहत मिलती है l
● सायनस और इससे होने वाला सिर दर्द होने में आराम मिलता है l

● शरीर की कोई भी एलर्जी दूर हो जाती है l
● बॉडी का तापमान कंट्रोल में रहता है न ज्यादा गर्मीं और न ज्यादा ठंड l अर्थात शरीर का तापमान एक जैसा रहता हैं ।
● इसे याददाश्त बढ़ती है l
● सर्दी खाँसी ठीक हो जाती है l
● लकवा जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है l
● मधुमेह कम हो जाता है l
● अस्थमा वाले मरीजों को आराम मिलता है l
● इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है l
● इससे पित्त, वात और कफ भी कण्ट्रोल में रहते हैं l
● एसिडिटी खतम हो जाती है l

● गुस्से पर नियंत्रण होता है l
● नींद अच्छी आती है l
● मन में नकारात्मक विचार आना बंद हो जाते हैं l
● मोटापे पर नियंत्रण होता है l
● कब्ज की शिकायत दूर होती है l
● सोते समय खर्राटे भी कम हो जाते हैं l
● इससे फेफड़े मजबूत होते हैं l
● गठिया से ग्रसित लोगों को फायदा होता है l
● मांसपेशियों में मजबूती आती है l
● पाचन क्रिया सुचारु रूप से चलती है l
● सम्पूर्ण शरीर को प्राणवायु अर्थात ऑक्सीजन मिलती है l

ब्लड प्रेशर के लिए अनुलोम विलोम के फायदे । Blood pressure ke Anulom vilom ke fayde.

हमारे शरीर में रक्तवाहिनियाँ होतीं हैं l इनका काम दिल से पम्प किए रक्त को शरीर में पहुंचाना होता है l हमारा दिल जितना ज्यादा रक्त पम्प करता है उतना वह धमनियों में भेजता है l पर जब ये धमनियाँ यदि पतली हो जाती हैं तो उन पर दबाव बढ़ता जाता है l और जब ये रक्त का दबाव बढ़ता है तो उसे ब्लड प्रेशर कहते हैं l जब ये ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल में नहीं होता तब आपको कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है l

अनुलोम विलोम प्राणायाम धमनियों को सिकुड़ने से बचाता है तथा धमनियों के ब्लॉक को साफ कर देता है l यह प्राणायाम खून के प्रवाह को नॉर्मल कर देता है l और जब ब्लड प्रेशर नार्मल होता है तब शरीर के सभी अंगों को रक्त प्रवाह सुचारु रूप से मिलता है l और साथ ही हमारे शरीर के सभी अंगों को पोषित भी करता है l हमारे शरीर में शुद्ध वायु का प्रवेश होता है l

फेफड़ों के लिए अनुलोम विलोम फायदे | Fefado ke liye Anulom vilom ke fayde.

हमारे मानव शरीर में छाती के दोनों ओर पासलियाँ होतीं हैं l इन्हीं पासलियों के अंदर फेफड़े होते हैं l इन फेफड़ों का काम शरीर में वायु भरना ओर शरीर से वायु निकालने का होता है l यह क्रिया हमारे शरीर में सतत होती रहती है l साथ ही फेफड़ों का काम हमने लि हुई वायु को शुद्ध करने का भी होता है l यही कारण है कई हमारे फेफड़ों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है l

अनुलोम विलोम कई क्रिया हमारे फेफड़ों को सबसे ज्यादा काम पर लगाती है l इसी कारण हमारे फेफड़े मजबूत होते हैं l इस प्राणायाम से हमारे रक्त में प्राणवायु कई मात्रा बढ़ जाती है l जिससे साँस लेने कई क्रिया सुचारु हो जाती है l प्राणवायु का संचार भी हमारे शरीर में सुचारु हो जाता है जिससे हमारा दिमाग ठंडा रहता है l दिमाग ठंडा रहने से टेंशन नहीं होता l  चिड़चिड़ भी नहीं होती l अच्छी नींद आने से सोचने कई क्षमता भी बढ़ती है l

पेट की बीमारियों से अनुलोम विलोम के फायदे । Pet ke liye anulom vilom ke fayde.

हम जब ये प्राणायाम करते हैं तो हम श्वास पूरा भरते हैं l ओर हम हमारे फेफड़े ओर पेट में श्वास भरते हैं l जब हम श्वास छोड़ते हैं तब हम पेट को जितना रीड़ की हड्डी कई तरफ खींचते हैं उतना खींचने कई कोशिश करते हैं l इस किया से पेट करोगे जैसे एसीडिटि, गैस, कब्ज जैसी तकलीफॉन में राहत मिलती है l

जब इस प्राणायाम को करते हैं तो हम सीधे नाक के छेद से प्राण वायु को अंदर लेते हैं l जिससे हमारा मेटाबोलीजम बढ़ जाता है l और जब हम उल्टे नाक के छेद से वायु लेते हैं तो हमारा दिमाग एक्टिव हो जाता है l

अनुलोम विलोम प्राणायाम हमारे शरीर को प्राणवायु देकर शरीर को पोषित करता है l शरीर में रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में रक्त प्रवाह सुचारु होता है l और शरीर में शुद्ध वायु और शुद्ध रक्त पहुँचता है l

अनुलोम विलोम के नुकसान । Anulom vilom ke nuksan.

अनुलोम विलोम जैसे योग करने से नुकसान की सम्भावना न के बराबर हैं लेकिन यदि इसे सावधानीपूर्वक नहीं करते है तो कुछ नुकसान देखने को मिल सकते है । या यूं कहें कि यदि आप तुरंत परिणाम पाना चाहते है तो साइड इफेक्ट हो सकते है क्योंकि यह प्राणायाम एक सतत प्रकिया हैं । यदि कोई भी नुकसान या साइड इफेक्ट्स नजर आते हैं तो शीध्र ही रोक देना चाहिए ।

अनुलोम विलोम करते समय क्या सावधानी बरतना चाहिए ?

जिन लोगों को दिल संबंधी समस्या हो, जिन्हें एनीमिया की शिकायत हो उन्हें साँस भरने ( पूरक ) और साँस निकालने ( रेचक ) की गति को कम रखना होगा l
मित्रो उम्मीद करते है आपको आज का टॉपिक Anulom vilom ke fayde आपको जरूर पसंद आया होगा । आप अपने विचार हमारे कमेंट बॉक्स में लिखे ।। मंजिरी ‘निधि’ ।।

About Gudala Balaji

मै जी.बालाजी Global Health Tricks का संस्थापक हुँ । हम एक भावुक स्वतंत्र लेखक और ब्लॉगर है । जो हमेशा पाठकों को प्रेरित करने वाले शब्दों को बुनने के लिए समर्पित हूं। लेखन के प्रति मेरा प्रेम विभिन्न विषयों तक फैला हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी रोचक व बहुमूल्य जानकारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एक शब्दकार के रूप में, आकर्षक और जानकारीपूर्ण ब्लॉग पोस्ट लिखने का उद्देश्य ज्ञानवर्धन और मनोरंजन करना है। जटिल अवधारणाओं को सुलभ सामग्री में अनुवाद करने की क्षमता के साथ, हम ब्लॉगिंग की दुनिया में रचनात्मकता और विशेषज्ञता का एक अनूठा मिश्रण लाने का प्रयास कर रहे है।

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