पेशाब खुलकर आने की दवा पतंजलि, आयुर्वेदिक व अंग्रेजी मेडिसिन

khulkar peshab aane ki dawa.

पेशाब खुलकर आने की दवा पतंजलि । मौसम चाहे कोई भी क्यो न हो लेकिन पेशाब की प्रॉब्लम कभी भी हो सकती है । इन पेशाब की प्रॉब्लम मे पेशाब खुलकर न आना, पेशाब मे जलन होना, रुक रुक कर या बुंद बून्द पेशाब आना है । पेशाब को मेडिकल की भाषा मे यूरिन कहा जाता हैं । पेशाब का सही तरीके से आना जरूरी हैं । ताकि किडनी अपना कार्य सही तरीके से करती रहे ।

लेकिन आज की बदलती जीवन शैली व गर्म तासीर चीज़ो का सेवन करने से यूरिन प्रॉब्लम को जन्म देती हैं । इसी प्रकार किडनी स्टोन, पित्त की थैली मे पथरी के कारण भी पेशाब की प्रॉब्लम हो सकती हैं । एक्सपर्ट के अनुसार खानपान का सही तरीके से ध्यान रखकर बचा जा सकता है । तो चलिए जानते हैं – खुलकर पेशाब आने की आयुर्वेदिक दवा –

पढ़े – आश्वशक्ति पाउडर के फायदे – Ashwashakti powder ke fayde.

खुलकर पेशाब न आने कारण –

कम मूत्र उत्पादन का सबसे आम कारण निर्जलीकरण है । निर्जलीकरण आमतौर पर तब होता है जब आप दस्त, उल्टी या किसी अन्य बीमारी से बीमार होते हैं और आपके द्वारा खोए जा रहे तरल पदार्थों को प्रतिस्थापित नहीं कर सकते हैं जब ऐसा होता है कि गुर्दे अधिक से अधिक तरल पदार्थ बनाए रखते हैं । मूत्र संबंधी समस्याएं इस प्रकार है –

  • पथरी के कारण, क्रिस्टल मूत्र में निकलते हैं, जिससे इसकी गंभीरता बढ़ जाती है ।
  • मूत्र के दौरान जलन, दर्द और बुखार भी मूत्र पथ के संक्रमण का कारण बन सकता है ।
  • मूत्र में लाल रक्त कोशिकाएं रक्त के रिसाव, ट्यूमर, रक्त कैंसर के जोखिम को कम करती हैं ।
  • पेशाब के निर्गमन समस्याएं आमतौर पर बढोतरी और यूरिनरी सिस्टम के संक्रमण के कारण होती है। यह समस्या लोगो के जीवन मे असुविधा और तकलीफ की वजह बन सकती है । एक्सपर्ट के अनुसार 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को खतरा है ।

पेशाब खुलकर आने की दवा पतंजलि –

आयुर्वेद के अनुसार रोगों के उपचार के लिये विभिन्न औषधि यो का इस्तेमाल किया जाता है । यह एक प्राकृतिक उपचार है। जिसे यूरिनरी सिस्टम से समस्याओं का समाधान करने के लिये उपयोग किया जाता है। पेशाब खुलकर नही आने की स्थिती कई लोगो को शर्मिदा भी कर देती है । इस समस्या को वक्त रहते ठिक करने की जरुरत होती है। इसलिये लोग विभिन्न दवाओं का सेवन करते है ।

जिसमे से एक है पतंजलि दवाई। यह दवा पूरी तरह से आयुर्वेदिक है। इसे प्राकृतिक घटको से बनाया गया है । यह दवा यु़ूरिनरी सिस्टम की मजबूती को बढाने मे सहायक है। पेशाब के निर्गमन को सूगम बनाने मे सहायता प्रदान करती है। यह दवाइयां किफायती होने के साथ लाभकारी भी होती है। तो चलिए जानते हैं – पेशाब मे जलन की पतंजलि दवा के बारे में –

दिव्य चंद्रप्रभा वटी – पेशाब खुलकर आने की दवा पतंजलि –

यूरिन सिस्टम को बेहतर एव दुरस्त बनाने के लिए यह दवा पतंजलि की सबसे अच्छी दवाओं मे से एक है । इसमे उपस्थित विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक जड़ी बुटिया जैसे शिलाजीत, अश्वगंधा, गोक्षुरा, ब्राही, हरितकी आदि जो विभिन्न प्रकार की प्रॉब्लम जैसे नामर्दी, गुप्त रोग व गुप्तांग तंत्र की समस्याओ से निजात दिलाने मे कारगर है ।

यह एक ऐसी दवा हैं जो जिनका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है । लेकिन इनका उपयोग करने से पहले योग्य डॉक्टर से अवश्य परामर्श करे ।

पढ़े – लिंग खड़ा करने की गोली का नाम, टेबलेट, कैप्सूल एव दवा

दिव्य गोक्षुरादि गुग्गुल – पेशाब खुलकर आने की दवा –

यह एक ऐसी दवा हैं जो पेशाब से समस्याओ एव गुप्तांग की प्रॉब्लम के लिए उपयोगी है । इसमे मौजूद गोखरू, शिलाजीत, बहेड़ा, पीपली, हरड़ आदि जो विभिन्न प्रकार विकार जैसे बार बार पेशाब आना, रुक रुक कर पेशाब आना, किडनी मे पथरी, पेशाब मे जलन के लाभकारी है ।

इनके अलावा मोटापा, अनियमित महामारी व स्पर्म की प्रॉब्लम के लिए लाभकारी है । इस दवा का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है । इनका उपयोग करने से योग्य डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें ।

पढ़े – टाइमिंग बढ़ाने की होम्योपेथिक दवा – शीघ्र सखलन की दवा

दिव्य श्वेत पर्पटी – पेशाब मे जलन की दवा –

यह एक शक्तिवर्धक औषधि के रूप मे जानी जाती हैं । इनका उपयोग विभिन्न की कमजोरियो को दूर करने के लिए किया जाता है । इनका उपयोग न केवल मर्दाना शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता है । बल्कि अन्य प्रकार की प्रॉब्लम जैसे शारीरिक कमजोरी, मूत्र विकार, पित की पथरी व किडनी स्टोन के लिए भी किया जाता हैं ।

पतंजलि की दिव्य फॉर्मेसी द्वारा विभिन्न औषधि के प्रयोग से दिव्य श्वेत पर्पटी दवा का निर्माण किया जाता है । इनका उपयोग योग डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं । इनके अलावा गिलोय घनवटी भी एक उपयोगी दवा है ।

पढ़े – पेनिस की नसो के लिए योग – पुरुषो के लिए 7 बेस्ट योग

पतंजलि गोक्षरू क्वाथ – पेशाब खुलकर आने की आयुर्वेदिक दवा –

यह एक ऐसी औषधि हैं जो पेशाब, किडनी एव गुर्दे मे पथरी के लिए उपयोगी है । इस दवा मे उपस्थित मुख्य घटक गोखरू जो बॉडी को डिटैक्स करने का कार्य करता है । जिससे किडनी की कार्यक्षमता का विकास होता हैं । वही यह यूरिक एसिड को भी नियंत्रित करने का कार्य करता है ।

गोखरू एक ऐसी औषधि हैं जो कि प्रजनन तंत्र का दुरस्त करने के साथ साथ मूत्र से जुड़ी समस्त प्रॉब्लम के लिए भी लाभकारी है । पतंजलि द्वारा इनके उपयोग से अनेक प्रकार की मेडिसिन का निर्माण किया जाता है । जिनमे गोखरू क्वाथ भी एक है । इनका उपयोग योग्य की देख रेख मे कर सकते है ।

पेशाब खुलकर आने की अंग्रेजी दवा –

पेशाब की प्रॉब्लम के लिए आयुर्वेदिक व होम्योपेथिक दवाओं के अलावा अंग्रेजी दवाओं का उपयोग किया जाता है । ये दवाए डॉक्टरी पर्च द्वारा दी जाती है । इन दवाओं के नाम इस प्रकार है –

  • Diuretics (Furosemide, Hydrochlorothiazide),
  • Alpha-1 blockers (Tamsulosin, Alfuzosin),
  •  5-alpha reductase inhibitors (Finasteride, Dutasteride),
  • Anticholinergic medications (Oxybutynin, Tolterodine),
  • NSAIDs (Nonsteroidal Anti-Inflammatory Drugs) आदि मुख्य है ।

इनके अलावा कैंथारिस, सरसापैरिला और लाइकोपोडियम जैसी होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करके पेशाब संबंधी समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है । उपर्युक्त दवाओं का सेवन करने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए ।

पेशाब खुलकर आने का घरेलू उपाय –

पेशाब की प्रॉब्लम के विभिन्न प्रकार की दवाओं के अलावा कुछ घरेलु उपचार भी है जो शुरूआती दौर में उपयोगी साबित हो सकते हैं । यह उपचार प्रोस्टेट की प्रॉब्लम, गलेड की प्रॉब्लम या पेशाब मे पथरी की प्रॉब्लम आदि के लिए फायदेमद है । तो जानते है – घरेलु उपचार के बारे में –

  1. बेकिंग सोडा – यह एक इफेक्टिव घरेलु उपाय है जो बार – बार पेशाब जाने की समस्या से निजात दिलाता है । इनका उपयोग आधा चमच सोडा को गिलास भर पानी में कर सकते है ।
  2. ग्रीन टी – बार बार पेशाब आने की प्रॉब्लम के लिए ग्रीन टी भी एक प्रभावशाली उपाय हैं । इसमे मौजूद माइक्रोबियल-रोधी गुण जो कि मूत्र मार्ग में उत्पन्न संक्रमण से निजात दिलाने मे सहायक होते हैं ।
  3. तुलसी – यह एक पौध है जो औषधियों गुणों से भरपुर होती हैं । यह एंटी ऑक्सीडेंट होने के साथ साथ एंटीमाइक्रोबियल के गुणों से भरपुर होती हैं । जो UTI की प्रॉब्लम के लिए लाभकारी होती हैं । इनके अलावा दही भी उपयोगी है ।

इनके अलावा तरल पदार्थो को अधिक सेवन करे । साथ साथ योग व्यायाम भी अवश्य करे । वही खानपान में बदलाव करे साथ ही योग व्यायाम करे ।

अंतिम शब्द – आज के लेख मे दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षणिक है । यदि आप किसी प्रकार की दवाओं का उपयोग करना चाहते हैं तो योग्य डॉक्टर की सलाह से करें । गूगल पर उपलब्ध जानकारी से अनुसार न करें ।

About Gudala Balaji

मै जी.बालाजी Global Health Tricks का संस्थापक हुँ । हम एक भावुक स्वतंत्र लेखक और ब्लॉगर है । जो हमेशा पाठकों को प्रेरित करने वाले शब्दों को बुनने के लिए समर्पित हूं। लेखन के प्रति मेरा प्रेम विभिन्न विषयों तक फैला हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी रोचक व बहुमूल्य जानकारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एक शब्दकार के रूप में, आकर्षक और जानकारीपूर्ण ब्लॉग पोस्ट लिखने का उद्देश्य ज्ञानवर्धन और मनोरंजन करना है। जटिल अवधारणाओं को सुलभ सामग्री में अनुवाद करने की क्षमता के साथ, हम ब्लॉगिंग की दुनिया में रचनात्मकता और विशेषज्ञता का एक अनूठा मिश्रण लाने का प्रयास कर रहे है।

View all posts by Gudala Balaji →

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *