यूरिक एसिड को कैसे कम करें । How to control uric acid in hindi

How to control uric acid in Hindi.

Uric acid एक ऐसा केमिकल है जो विभिन्न प्रकार के खानपान से बनता है यूरिक एसिड शरीर में कई तरह के प्रभाव उत्पन्न करता है सामान्यतः यूरिक एसिड को किडनियों द्वारा फिल्टर प्रक्रिया से शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है । आजकल सभी के जीवन का रहन-सहन खान-पान असंतुलित व अव्यवस्थित हो गया है । भागती दौड़ती जिंदगी में हम अपने सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक की आवश्यक क्रियाओ के लिए भी समय नहीं निकाल पाते हैं।


असमय खाना, बंद पैकेट का खाना, मशीनों पर निर्भरता, शारीरिक गतिविधियों से दूर आरामदायक जीवन शैली इन सबके चलते शरीर के अंदर उपस्थित ऐसे तत्व व केमिकल जो हमारे लिए नुकसानदायक है उन को बाहर निकलने का मार्ग नहीं मिलता और वे हमारे आराम प्रिय शरीर में अपना घर बना लेते हैं। ऐसे ही हानिकारक केमिकल में से एक है यूरिक एसिड ।


यूरिक एसिड जब शरीर में अपना घर बनाने लगता है तो किडनी भी उसको बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती है ऐसी स्थिति होने पर वह बढ़ा हुआ केमिकल हमारे शरीर पर दुष्प्रभाव डालने लगता है। सामान्यतः हमें इसके दुष्प्रभाव की जानकारी कम ही है किंतु आज हम आपको यूरिक एसिड के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।


Uric acid के बढ़ने, उसके दुष्प्रभाव, उसके कारण व लक्षण तथा यूरिक एसिड बढ़ने पर किए जाने वाले उपचारों के बारे में तो बने रहिए अंत तक ताकि आपको ऐसी भयानक एसिड के दुष्प्रभाव का सामना न करना पड़े समय रहते ही सही उपचार कर लिया जाए तो हम अनेकों गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बच सकते हैं तो चलिए जानते हैं कि हम यूरिक एसिड के बारे में –

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Table of Contents

यूरिक एसिड क्या है | What is uric acid –


यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल कंपाउंड है जो कार्बन, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, तथा हाइड्रोजन से मिलकर बना है
इसका फार्मूला है – C5H4N4O3
यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो प्यूरिन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है सामान्यतः किडनी यूरिक एसिड को यूरिन के (मूत्र मार्ग) जरिए बाहर निकाल देती है लेकिन जब यूरिक एसिड ( Uric acid ) अधिक से अधिक मात्रा में बनने लगता है तो किडनी भी इसको बाहर नहीं निकाल पाते और परिणाम यह होता है कि यूरिक एसिड शरीर में अधिक मात्रा में जमा होने लगता है |


हाई यूरिक एसिड की वजह से जोड़ों का दर्द घुटनों के जोड़ों में सूजन ,जल्दी जल्दी पेशाब आने की समस्या, अपच, जी मिचलाना फिर घबराहट जैसी परेशानियां होने लगती हैं। यूरिक एसिड की अधिकता के चलते अर्थराइटिस गठिया -बाय जैसी गंभीर बीमारियां होने लगती हैं।

यूरिक एसिड बढ़ने के कारण –  –


Uric acid. अनियमित दिनचर्या को व्यवस्थित व बीमार जीवनशैली खराब पैकेट बंद व स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले खानपान की आदत ठंडा बासी व कई दिनों का फ्रिज में स्टोर किया हुआ खाना खाने से, शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण, आरामदायक व मशीनी दिनचर्या के कारण कम उम्र के बच्चों व युवाओं में भी ऐसी बीमारियां होने लगती हैं। जो कभी बड़ी उम्र के बुजुर्गों में पाई जाती थी। ऐसी ही बीमारी जो हड्डियों के जोड़ों में दर्द व सूजन बढ़ाती है यूरिक एसिड की बढ़ने से होती है।


● हमारे सेल्स और खाद पदार्थ मिलकर एक फ्यूरी नामक प्रोटीन का निर्माण करते हैं जो हमारे लिए अत्यधिक लाभकारी है लेकिन उसकी बढी हुई मात्रा शरीर को हानि पहुंचाती है |
● जब प्यूरीन नामक प्रोटीन टूटता है तब ऐसी स्थिति में यूरिक एसिड जैसा केमिकल बनता है जो मानव शरीर के लिए घातक है।
● जंकफूड, तला भुना एवं अधिक प्रोटीन युक्त भोजन करने यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है ।

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण | uric acid Symptoms in hindi –


Uric acid के स्तर बढ़ जाने से शारिरिक रूप से अनेको समस्याओं का सामना करना पड़ता है । इनके सामान्य लक्षण है जिसे इनकी पहचान की जा सकती है । जैसे जोड़ो में दर्द, गठिया, आस्टिओआर्थराइटिस जैसी प्रॉब्लम हो जाती है । समय पर कंट्रोल न करने से इनके जोखिम बढ़ जाते है । तो चलिए जानते uric acid के लक्षणों के बारे में –


● जोड़ो में दर्द, सूजन एवं जकड़न ।
● हड्डियां टेढ़ी होने लगती हैं हाथों में पैरों की हड्डियों में टेढ़ापन होने लगता है।
● उंगलियों के जोड़ों, घुटनों के जोड़ों और कुहनी के जोड़ों में सूजन व असहनीय पीड़ा होने लगती है।
● बार बार पेशाब आना पेशाब में जलन व खून आना जैसी समस्या होने लगती है।
● अंगुलियों में सूजन व जलन पीठ दर्द व कमर दर्द होने लगता है।
● उठने – बैठने एवं चलने फिरने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।


उच्च यूरिक एसिड के जोखिम –


● ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है ।
● जब किडनी यूरिक एसिड को मूत्र मार्ग से बाहर निकालने में असफल हो जाती है तब यूरिक एसिड शरीर में इकट्ठा होने लगता है। जिसे किडनी फेल होने की सम्भावना बढ़ जाती है ।
● हाई यूरिक एसिड से शरीर के सारे ऑर्गन (अंग) धीरे- धीरे काम करना बंद करने लगते हैं।
● हृदय की कार्य क्षमता घटने लगती है जिससे हृदयाघात हार्टअटेक् ऐसी समस्या जन्म लेती है।
● हाई यूरिक एसिड धीरे-धीरे सभी अंगों को खराब करने लगता है जिससे जानलेवा स्थिति उत्पन्न होती है।

कैसे कम करें हाई यूरिक एसिड को | how to control uric acid –


व्यवस्थित जीवन शैली नियमित व्यायाम पोस्टिक आहार तथा संतुलित भोजन से हम आसानी से शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं तथा इससे होने वाली पीड़ा दायक व जानलेवा गंभीर बीमारियों में से स्वयं को बचा सकते हैं सामान्यतः लोगों को यूरिक एसिड से होने वाले खतरों के बारे में कम ही जानकारी है साथ ही यूरिक एसिड के लक्षण भी नहीं पहचान पाते हैं इसकी वजह से धीरे-धीरे यह केमिकल सारे अंगों को निष्क्रिय कर देता है।


आइए आज हम बताएंगे कि कैसे लक्षण दिखते ही देखते ही आप अपने बढे हुए यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं और वह भी जीवनशैली और खानपान में थोड़े बदलाव से ही।

डाइट प्लान खानपान । Uric acid Diet plan –


★ विटामिन सी से भरपूर चीजों के सेवन से यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है ।
★ प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए ऐसा करने से यूरिक एसिड मूत्र मार्ग से बाहर निकल जाता है।
★ ताजी मौसमी फलों के भरपूर प्रयोग से यूरिक एसिड नियंत्रित होगा।
★ केले के अधिकाधिक सेवन करें इससे दर्द व सूजन कम होती है।
★ सूखे मेवे ड्राई फ्रूट्स को भोजन में शामिल करें ।
★ कम कैलोरी वाले डेरी प्रोडक्ट दूध दही छाछ आदि भी यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मददगार होते हैं।
★ अंकुरित अनाज और दालों का भरपूर प्रयोग कर यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है।

यूरिक एसिड क्या न खाएं –


खानपान की उचित देखभाल के साथ-साथ इन बातों पर भी ध्यान देना चाहिए कि कौन-कौन सी चीज है यूरिक एसिड को बढ़ाने में मदद कर रही हैं अतः हमें उनसे दूर रहने और परहेज करने की कोशिश करनी चाहिए अब हम आपको बताने वाले हैं कि हमें किन-किन चीजों का परहेज करना चाहिए ।


● ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है उससे बचना चाहिए ।
● पैकेट बंद तली भुनी खाद्य पदार्थ से बचें ।
● ठंडे बासी भोजन तथा कई दिन तक डीप फ्रीज में स्टोरेज फूड से भी बचें ।
● मांस मछली अंडे पालक आदि का सीमित मात्रा में उपयोग करें हो सके तो परहेज करें ।
● केचप टेट्रा पैक जूस चॉकलेट चिप्स व बिस्किट केक पिज्जा बर्गर आदि फास्ट फूड से बचें ।
● शराब के सेवन से परहेज करें ।
● पालक सेम फली वह मशरूम के सेवन से जहां तक हो सके वहां तक बचें।

एक्सरसाइज ( व्यायाम ) व सैर | Exercise for high uric acid –


नियमित व्यायाम और सुबह-शाम सैर करने से भी यूरिक एसिड को बढ़ने से रोका जा सकता है रोजाना आधा घंटा तेज चाल से चलना चाहिए ।

यूरिक एसिड के योग | Yoga for high uric acid –


योग भगाए रोग ऐसी कोई बीमारी नहीं है जिसे योग से दूर नहीं किया जा सके अतः नियमित तौर पर योगाभ्यास करने से भी यूरिक एसिड की वृद्धि को रोका जा सकता है।

Home remedies for uric acid in Hindi.


यूरिक एसिड का घरेलू उपाय । Home remedies for uric acid –


Uric acid का स्तर बढ़ जाने से मरीज़ को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है । डॉक्टर्स के अनुसार Uric acid level – 7.00 से ऊपर 10.00 तक बढ़ जाने से खानपान में बदलाव करके ठीक किया जा सकता है । लेकिन जब 10 से भी स्तर ऊपर बढ़ जाता है तो ट्रीटमेंट की आवश्यकता होती है । uric acid ko control kaise kare के लिए कुछ आवश्यक घरेलू उपाय बताने जा रहे है । जिन्हें डॉक्टरी सलाह से इस्तेमाल करके आप लाभ प्राप्त कर सकते है तो चलिए जानते है – Uric acid ka gharelu ilaj –


अजवाइन (Ajwain) से यूरिक एसिड का घरेलू उपाय

यूरिक एसिड के लिए अजवाइन एक रामबाण औषधि है । अजवाइन का नियमित रूप सेवन करके uric acid level को कम किया जा सकता है । अजवाइन को लगातार 15 दिनों तक पानी में घोलकर सुबह सुबह खाली पेट पीने से यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है ।


सेब का सिरका ( Apple Cider Vinegar for Gout ) से यूरिक एसिड का इलाज ।

सेब का सिरका बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में लाभदायक सिद्ध हो सकता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते है । सेब का सिरका को नियमित रूप से इस्तेमाल करके यूरिक एसिड को कम कर सकते है ।


जैतून के तेल ( Olive Oil in a Gout Diet ) से यूरिक एसिड का इलाज ।

यूरिक एसिड के बढ़ने से ऑलिव ऑयल यानी जैतून का तेल बहुत ही उपयोगी है । इस तेल का नियमित इस्तेमाल करके High uric acid को कम किया जा सकता है । क्योंकि इसमें vitamin – c प्रचुर मात्रा में पाया जाता है । जो यूरिक एसिड को कम करने में फायदेमंद है ।

विटामिन सी युक्त फल ( vitamin – C rich fruits )
Uric acid के बढ़ जाने से विटामिन सी युक्त फल जैसे नींबू, सन्तरा एवं केला खाने से यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है । सुबह सुबह खाली पेट नींबू रस पीने से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है ।

फाइबर से युक्त भोजन (Fiber Rich Foods)
फाइबर युक्त भोजन भी बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मददगार है । फाइबर युक्त भोजन में गेहूं, साबुत अनाज, संतरे एवं सेब शामिल होते है । इन फाइबर युक्त भोजन को डाइट में शामिल करने से हाई यूरिक एसिड से राहत मिल सकती है ।

इस प्रकार हम थोड़ी सी सावधानी वह नियमित खानपान व्यवस्थित जीवन शैली पौष्टिक आहार द्वारा अपने शरीर को स्वस्थ बना सकते हैं और यूरिक एसिड जैसे केमिकल के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं | वन्दना शर्मा ‘वृंदा’ अजमेर |

FAQ

Q1. यूरिक एसिड में कौन सी दाल खानी चाहिए ?

जबाब – यूरिक एसिड बढ़ने पर भोजन में प्रोटीन की अधिक मात्रा में लेना हानिकारक है । प्रोटीन के साथ साथ प्यूरीन की मात्रा वाले खाद्य पदार्थ जैसे राजमा, हरा मटर, दाल, पालक, दूध एवं दही खाने से भी परहेज करें तो बेहतर है ।

Q2. मेरा यूरिक एसिड बढ़ गया है क्या करूँ ?

जबाब – यूरिक एसिड बढ़ जाने पर बेहतर खान पान से नियंत्रित किया जा सकता है । जैसे अजवाइन का पानी सेहत के फायदेमंद है इसके अलावा अदरक, लहसुन, अलसी के बीज एवं अधिक से अधिक नींबू का सेवन करके Uric acid को कंट्रोल किया जा सकता है ।


Q3. यूरिक एसिड बढ़ जाने पर क्या खाएं क्या ना खाएं ?

जबाब – यूरिक एसिड के बढ़ जाने से प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, दाल के साथ साथ मीट मछली, जंकफूड, तली हुई चीजें, ठंडा पेय एवं सोया मिल्क खाने से परहेज करें ।

Q4. यूरिक एसिड की क्या पहचान है ?

जबाब – यूरिक एसिड के बढ़ जाने से जॉइंट पैन ( जोड़ो का दर्द ), सूजन एवं हाथों – पैरो की उंगलियों में असहनीय दर्द होता है । साथ जकड़न भी होती जिसे उठने बैठने में ज्यादा परेशानी होती है ।

Q5. यूरिक एसिड में कौन सा फल खाएं ?

जबाब – यूरिक एसिड के बढ़ जाने से विटामिन सी युक्त फल जैसे नींबू, संतरा, चेरीज़ एवं केला खाने से मरीज़ को राहत मिलती है ।

Q6. यूरिक एसिड की दवा क्या है ?

जबाब – uric acid को कम करने के लिए बेकिंग सोडा बहुत उपयोगी है । यह किसी रामबाण औषधि से कम नहीं है । गिलास भर पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा घोलकर लगातार 15 दिनों तक पीने से यूरिक एसिड का स्तर कम होने के चांसेस बढ़ जाते है ।

Q7. यूरिक एसिड में क्या परेशानी होती है ?

जबाब – यूरिक एसिड के बढ़ जाने से सबसे ज्यादा परेशानी उठने – बैठने में होती है । इसके अलावा जोड़ो में दर्द, जकड़न एवं सूजन आ जाती है । गठिया जैसे रोग पनपने लगते है । जिसे चुभने वाला दर्द महसूस होता है ।


Q8. यूरिक एसिड कितना होना चाहिए इन हिंदी ?

जबाब – अगर यूरिक एसिड के स्तर की बात करें तो एक्सपर्ट के अनुसार पुरुषों में 7.0mg जबकि महिलाओं में 6.0mg तक सामान्य माना गया है । पुरुषों वही 2.5mg एवं महिलाओं में 1.5mg से कम होने पर लो माना जाता है । डॉक्टर के अनुसार यूरिक एसिड – 10.0 mg बढ़ जाने पर खानपान से ठीक किया जा सकता है । इनसे ऊपर बढ़ जाने पर दवाई की आवश्यकता होती है ।


Q9. क्या दूध – दही खाने से यूरिक एसिड बढ़ता है ?

जबाब – हा दूध या दही खाने से यूरिक एसिड में बढ़ोतरी होती है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक पाई जाती है जो यूरिक एसिड को बढ़ावा देती है ।

Q9. यूरिक एसिड बढ़ने का कारण क्या है ?

जबाब – यूरिक एसिड बढ़ने के कई कारण है जैसे समय पर भोजन नहीं करना, गलत खानपान, मीट – मछली, जंकफूड, अधिक तला हुआ खाना खाना आदि ।

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