पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि, टेबलेट व चूर्ण

pachan shakti badhane ki ayurvedic dawa.

पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि । कभी कभी अपच की प्रॉब्लम भी इंसान को परेशान कर देती है । वजह अव्यस्थित खानपान जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो जाता हैं । और वह ठीक से पाचन क्रिया नहीं कर पाता हैं । ऐसे मे मरीज को उल्टी, दस्त व खट्टी डकारे आना जैसी प्रॉब्लम खड़ी हो जाती हैं । एक्सपर्ट के अनुसार रात मे भारी भोजन या पानी कम पीने से समय पर पाचन नही हो पाता हैं ।

अपच की समस्या दूर करने के लिए समय पर सोना व उठना, पानी पीना, योग व्यायाम करना आदि । इनके अलावा दवाओं के माध्यम से भी अपच दूर किया जा सकता है । अपच दूर करने के आज बाजार मे जितने विकल्प उपलब्ध है शायद किसी और स्वास्थ्य समस्या के लिये इतने सारे विकल्प उपलब्ध नही है लेकिन सच ये भी है अनेको उत्पाद मे हानिकारक तत्व मिले हुए है इन चलिए जानते हैं पाचन शक्ति बढाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि के बारे में –

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अपच के लक्षण –

अच्छा भोजन खाना जितना जरुरी है, उतना ही पाचन जरुरी होता है । यदि आप भरपूर हल्दी डाइट लेते है लेकिन आपका पाचन सही नही है तो आपके शरीर को खाये हुए भोजन का पूरा पोषण भी नही मिल पाता है।

  • पाचन शक्ति कमजोर होने पर भोजन को पचने मे बहुत अधिक समय लगता है। इस कारण जिन लोगो को यह समस्या होती है, उन्हे भोजन करने के बाद थकान का अनुभव होने लगता है या नींद आने लगती है ।
  • भोजन के बाद पेट फुल जाता है ।
  • सीने मे जलन और गैस भी अधिक बनती है और पेट में भारीपन रहता है।

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पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि –

कमजोर पाचन तंत्र को दुरस्त करने के लिए वर्तमान मे अनेको दवाईया मार्केट मे उपलब्ध है । लेकिन आयुर्वेदिक दवाओं का विशेष महत्व है । इनकी सबसे बड़ी वजह यह हैं कि इन दवाओं मे प्राकृतिक जड़ी बुटियों का मिश्रण होता हैं । दूसरी सबसे अहम बात यह हैं कि यह मेडिसिन किफायती होने के साथ साथ किफायती भी होती हैं ।

विशेष रूप से दिव्य फॉर्मेसी की पतंजलि दवा जो कि एक भारत का स्वदेशी ब्रांड है । इतना ही नहीं वर्तमान में इनकी उपयोगिता भी है । यह दवा हर आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध हो जाती है । साथ ही ऑनलाइन पर भी उपलब्ध है । इन आयुर्वेदिक मेडिसिन का कोई साइड इफ़ेक्ट्स नही है । फिर भी आपको योग्य वैध की सलाह से सेवन करने की हिदायत दी जाती हैं । तो चलिए जानते हैं – भूख बढ़ाने की पतंजलि दवा के बारे में –

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पतंजलि चित्रकादि वटी – पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि –

अगर आपको भोजन करने का मन नही करता है या यूँ कहे कि ठीक से भूख नही लगती और अपच की समस्या बनी रहती है तो आपको पतंजलि चित्रकादि वटी की 2-2 गोलिया दिन मे 3 बार जरुर खानी चाहिये।

फायदे – चित्रकादि वटी ऐसा आयुर्वेदिक दवा है जो मूल रुप से पेट, एसिडिटी, भूख नही लगना, अरुची जैसे समस्याओं के लिये फायदेमंद होता है। चलिये विस्तार से चित्रकादि वटी के फायदों के बारे में जानते है कि ये किन-किन बीमारियों मे फायदेमंद है।

  • कब्ज मे फायदेमंद – पेचिश के अलावा कब्ज मे भी ये वटी काम करता है। चित्रकादि वटी का सेवन सुबह शाम पानी के साथ करने से मल त्याग करने मे आसानी होती है।
  • एसिडिटी – आमतौर पर कब्ज और पेचिश होने पर एसिडिटी होने की संभावना बढ जाती है। इससे राहत पाने मे यह दवाई मददगार होती है।
  • पेशाब संबंधी समस्या – चित्रकादि वटी पेशाब कम आने जैसे समस्याओं मे बहुत गुणकारी होता है। वटी का सेवन सुबह शाम करने से लाभ मिलता है ।
    चित्रकादि वटी की मात्रा और सेवन का तरिका – चित्रकादि वटी का सेवन चिकित्सक के परामर्श के अनुसार 1/2 ग्राम कर. सकते है। आयुर्वेद मे इस दवा का सेवन कोष्ण जल या छाछ के रूप मे करते है।

पतंजलि फाईटर टैबलेट – पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा Patanjali.

जैसा कि इसका नाम है phyter वैसा ही इसका काम है । अगर आप पेट संबंधी समस्या से काफी परेशान है। जैसे आपको कब्ज की समस्या रहती है । आपका पेट साफ नहीं रहता हैं जिस कारण आप जो भी खाना खाते है, वो भी ढंग से पचता नही और पेट साफ ना होने के कारण आपको कुछ भी खाने की इच्छा नही करती। आपको भूख नही लगती । पूरे दिनभर शरीर मे एक आलसपन छाया रहता है । किसी काम मे मन नही लगता। बैचेनी सी रहती है या फिर उलटी जैसा फिल होता है । एसिडिटी की समस्या रहती है। मुंह मे काफी बदबूसी आती है। तो इन सब समस्या का इलाज यह दवाई है।

इसको तीन बेहतरीन जडी बुटियों को मिलाकर बनाया गया है। जैसे – हरड, बहेडा व आवला यह तीनो को मिलाकर बनता है त्रिफला और आप यह जानते होंगे ही की त्रिफला हमारे पेट के लिये कितना फायदेमंद है। इसमे आपको 60 टैबलेट देखने को मिलती है। पतंजलि के किसी भी जनरल स्टोर से आसानी से खरीद सकते है।

उपयोग – इसकी आपको 2-2 टैबलेट खाने के बाद हल्के गुनगुने पानी के साथ लेना है । अगर समस्या बिकट ना होतो 1 टैबलेट सुबह शाम ले सकते है। समस्या अनुसार आप इस टैबलेट को लिजिये । स्वस्थ आहार लिजिये। दिनभर सही मात्रा मे पानी पिजीये। जंक फुड, फास्टफुड इनसे आप दूर रहिये। रोज व्यायाम करे ।

पतंजलि पाचक शोधित – पाचन शक्ति बढ़ाने की टेबलेट Patanjali.

पाचन तंत्र को स्ट्रांग करने के लिए यह पतंजलि की सबसे अच्छी दवाओं मे से एक है । यह अपच की प्रॉब्लम करके पेट को स्वस्थ रखने मे सहयोगी है । इसमे मौजूद विभिन्न प्रकार के घटक जैसे समुंद्री नमक, काला नमक, जीरा, साइट्रिक एसिड, सूखे आम पाउडर, भारतीय करौदा, चेबुलिक मायरोबलन, नौसादर आदि जो विभिन्न प्रकार की पेट की प्रॉब्लम जैसे गैस, अपच के लिए लाभकारी है ।

इनका नियमित रूप से सेवन करने पाचन शक्ति बढ़ती हैं साथ ही साथ गैस व पेट की बीमारियों से राहत मिलती हैं । इस दवा का कोई साइड इफ़ेक्ट्स नहीं है । फिर भी योग्य वैध की सलाह से सेवन करे । इनके अलावा पतंजलि पाचक अनारदाना गोली, पतंजलि पाचक जलजीरा व पाचक हिंग गोली पतंजलि भी उपयोगी दवाओं मे से एक है ।

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पाचन शक्ति बढ़ाने का चूर्ण – बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण –

आयुर्वेद मे विरेचक 3 प्रकार के होते है । सामान्य, मध्य, तीव्र । त्रिफला एक सामान्य विरेचक है। इसका सेवन आपको तब शुरु करना चाहिए । जब आप का मोशन खुलकर ना होता हो । त्रिफला का सेवन आपको भोजन के पश्चात गुनगुने पानी से करना चाहिए ।

  1. डाबर हिंगवष्टक चूर्ण – यदि आपका भोजन ठीक से पचास रहा हो गँस बनने और पेट फुल ने की समस्या होतो आपको हिंगवष्टक चूर्ण का प्रयोग करने से फायदा होगा।
  2. डाबर लवण भास्कर चूर्ण – ये मध्य श्रेणी मे आते है। अगर आपको दिन मे बार बार अपच के साथ प्रेशर महसूस होता हो या भोजन करने के तुरंत बाद आपको फ्रेश होने की जरुरत महसूस होती हो तो इन लक्षणो मे आपको इस दवा का सेवन करना चाहिए । इसका सेवन आपको रात को भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।
  3. डाबर अभयारिष्ट – किसी प्रकार के अपच के लिये डाबर अभयारिष्ट का सेवन फायदेमंद होता है । इसका उपयोग आप लंबे समय तक कर सकते है। इसका कोई दुष्प्रभाव नही होता है।

घर मे आये दिन अपच की समस्या को दूर करने के लिये यह बहोत ही उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है। क्योंकि इसका दाम भी कम है । पाईल्स की पेशंट को अभयारिष्ट का सेवन फायदेमंद होता है।

पाचन शक्ति बढाने के घरेलू उपाय –

पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिये कुछ घरेलू उपाय बहुत फायदेमंद साबित हो सकते है, जाने बेहतर पाचन के लिये बेस्ट उपाय
आप जो कुछ भी खाते है उसे अच्छी तरह चबा-चबा कर खाये।
हेल्थ एक्सपर्ट कि माने आपका भोजन आधे से ज्यादा आपके मुंह मे ही पचने योग्य हो जाता है। आप जितना अच्छी तरह और धीरे -धीरे भोजन को चबाते हैं तो उस मे लार अच्छी तरह मिल जाती है। जो भोजन के बेहतर पाचन मे सहायता करती है और पाचन को मजबूत बनाती है, क्योंकि हमारी लार मे पाचन एंजाइम होते है।

फाइबर रिच फुडस का सेवन अनिवार्य –

कोशिश करे कि आप फायबर से भरपूर फूड्स जरुर खाये ,क्योंकि फाइबर आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिये बहुत जरुरी है। यह पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने मे भी मदद करता है। ड्राई फुटस, नटस, बीज, साबुत अनाज, दाल, सोयाबीन, राजमा, छोले आदि में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है।

लंच में दही या छाछ पिये – दही और छाछ दोनों ही बेहतरीन प्रोबायेटिक्स में से एक है। प्रोबायोटिक्स आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढाने में मदद करते है और पाचनशक्ती को बढाते है। यह मेटाबँलिज्म को तेज करने में भी मददगार है। इसलिये आपको दोपहर के भोजन के साथ मे दही या छाछ का सेवन जरुर करना चाहिये।

हर्बल चाय पिए –

पाचनशक्ती को मजबूत बनाने के लिये आप पुदीना, अजवाइन, जीरा, दालचिनी, कैमोमाइल टी, ग्रीन टी आदी जैसी हर्बल चाय के साथ दिन की शुरुआत कर सकते है। आप चाहे तो इनका सेवन भोजन के बाद भी कर सकते है। ये हर्बल चाय पाचन शक्ति को बढाने और भोजन के बेहतर पाचन मे सहायता करती है ।

गरम पानी से दिन की शुरुआत करे – अगर आप सुबह गुनगुने पानी से दिन की शुरुआत करते है, तो यह न सिर्फ आपकी पाचन क्रिया को मजबूत बनाने मे मदद करता है, बल्कि टॉक्सीन्स को बाहर निकालने मे भी मदद करता है । आप चाहे तो जीरे के पानी मे शहद और नींबू का रस मिलाकर भी सेवन कर सकते हे़ै । इससे बहुत लाभ मिलेगा।

अंतिम शब्द – आज के लेख मे दी गई जानकारी का मूल उद्देश्य शैक्षणिक है । यदि आप इन दवाओं का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो योग्य वैध से परामर्श करके से सेवन करें ।

About Gudala Balaji

मै जी.बालाजी Global Health Tricks का संस्थापक हुँ । हम एक भावुक स्वतंत्र लेखक और ब्लॉगर है । जो हमेशा पाठकों को प्रेरित करने वाले शब्दों को बुनने के लिए समर्पित हूं। लेखन के प्रति मेरा प्रेम विभिन्न विषयों तक फैला हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी रोचक व बहुमूल्य जानकारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एक शब्दकार के रूप में, आकर्षक और जानकारीपूर्ण ब्लॉग पोस्ट लिखने का उद्देश्य ज्ञानवर्धन और मनोरंजन करना है। जटिल अवधारणाओं को सुलभ सामग्री में अनुवाद करने की क्षमता के साथ, हम ब्लॉगिंग की दुनिया में रचनात्मकता और विशेषज्ञता का एक अनूठा मिश्रण लाने का प्रयास कर रहे है।

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