एनीमिया के लक्षण एवं उपाय । what is Anemia in hindi.


What is anemia.


What is Anemia. एनीमिया जिसे सामान्य शब्दों में शरीर में खून की कमी होना भी कहा जाता है। ऐसा रोग जो किसी भी महिला पुरूष या बच्चे में हीमोग्लोबिन की कम मात्रा को दर्शाता है। यह कोई सामान्य बात नहीं है। इससे शरीर में oxygen की कमी हो जाती है और महिला पुरुषों और बच्चों में कमज़ोरी आ जाती है ।


आज Health की दृष्टि से एक हिस्सा ऐसा भी है जो शरीर में खून की कमी को झेल रहा है। आपको बताते चलें कि हमारे देश में हर वर्ष लगभग 1 करोड़ मामले एनीमिया के ही होते हैं। हमारे देश में लोगों में एनीमिया का पता लगाने के लिए सर्वे किया गया और भारत में लगभग 67 फीसदी महिलाएँ एनीमिया से पीड़ित पाई गई। यही नहीं इसके अतिरिक्त कुल मिलाकर 14 राज्यों में स्थिति और भी खराब पाई गई है। जहाँ लगभग 50 से 51 फीसदी महिलाओं मे खून की कमी देखी गई।


आप सभी ने ‘गलोबल न्यूट्रिशन‘ का नाम तो सुना ही होगा सन 2017 में WHO की ग्लोबल न्यूट्रिशन रिपोर्ट के मुताबिक केवल महिलाओं म ही के मामले एनीमिया के क्षेत्र में सबसे अधिक पाए गये जो हम सबके लिए चौका देने वाला तथ्य था। आपको यह भी बता दें कि यह सर्वे केवल भारत ही में नहीं किया गया था बल्कि भारत के अलावा अन्य लगभग 140 के करीब देशों पर भी किया गया था।

हैरानी तो यह जानकर हुई कि नाइजीरिया, इंडोनेशिया, पाकिस्तान और चीन में भी महिलाओ की स्थिति हमारे देश से कम गंभीर थी। सर्वे में आयु देखी गई तो 15 वर्ष से लगभग 50 वर्ष तक की महिलाएँ एनीमिया की गिरफ्त में थीं। आज हम एनीमिया के बारे में आपको बतायेगें कि इसके लक्षण क्या हैं और इसे किस प्रकार से दूर किया जा सकता है ? तो चलिए Global health tricks में बात करते है – एनीमिया के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपाय । What is Anemia in hindi.

एनीमिया क्या है ? What is Anemia –


एनीमिया यह नाम हम अक्सर ही सुनते रहते हैं अर्थात शरीर में खून की कमी हो जाने को एनीमिया कहा जाता है। शरीर में लाल खून के सेल का कम होना / red blood cells की कमी का हो जाना एनीमिया कहलाता है। Anemia एक ऐसी बीमारी है जिसमें मनुष्य के शरीर में खून की कमी हो जाती है और शरीर बहुत अधिक कमज़ोर पड़ने लगता है।

सामान्य शब्दों में यदि कहें तो मनुष्य के शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम होने से हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। himoglobin मानव शरीर में खून की कोशिकाओं के लिए oxygen को आबद्ध करता है। चलिए हीमोग्लोबिन की भी बात कर लेते है –


हीमोग्लोबिन क्या है ? What is himoglobin ?


हमारे शरीर में अनेको हड्डियां हैं और हड्डियो के अंदर अस्थिमज्जा या गूदा होता है। इसमें ही लाल खून के कण पाएं जाते हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि 1 cubic milileter blood contains approximately 50 lakh red blood cells. अगर हम खून की बूंद को microscope से कभी देखें तो ये कण हमें गोल छोटी कटोरियों की तरह नज़र आयेगें और सबसे बड़ी बात जो हमने कभी सोची भी नहीं होगी वो यह कि इन कटोरियों में ही himoglobin भरा मिलेगा।


अब सबसे महत्वपूर्ण बात यही है कि अस्थिमज्जा में बी 6 की उपस्थिति में लोहा ग्लाइलिन नामक एमिनो एसिड बनता है यही हीम नाम से एक यौगिक को जन्म देता है। यही ग्लोबिन नाम के एक protein से मिलकर himoglobin बनाता है। यदि किसी महिला या पुरूष के शरीर की कोशिकाओं में पर्याप्त यानि कि जितना चाहिए खून नहीं है तो शरीर में आक्सीजन नहीं पहुंच पायेगी और यही शरीर के लिए बेहद आवश्यक भी है।

इसकी कमी से व्यक्ति का शरीर कमज़ोर होता चला जायेगा। उसे हर समय चक्कर आते रहेगें। शरीर में थकान सी रहेगी। अब हम इसी बारे में विस्ताव से जानेगें कि एनीमिया क्या है और इसे किस प्रकार दूर किया जा सकता है ?

रक्ताल्पता का अर्थ क्या । what is Anemia.


एनीमिया अर्थात हिंदी में हम इसे रक्ताल्पता या खून की कमी होना कहेगें। यही वह स्थिति है जिसमें मानव के शरीर में लाल रक्त कणों की कमी होती देखी जाती है। जिस प्रकार स्कूटर, मोटर साइकिल या कार को चलाने के लिए तेल या पैट्रोल की आवश्यकता पड़ती है और इन के बिना ये सभी वाहन नहीं चल सकते, ठीक वैसे ही हमारा शरीर भी है।

एक मनुष्य को शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए ब्लड सैल्स यानि कि लाल रक्त कणिकाओं की आवश्यकता होती है यही वे महत्वपूर्ण सैल्स होते हैं जो मानव शरीर के अंदरूनी भाग व tissues को oxygen पहुचाते हैं।


यही वह प्रक्रिया है जिससे मनुष्य को अपने कार्यों को करने के लिए शरीर में ऊर्जा व ताकत मिलती है। अगर मनुष्य के शरीर में लाल रक्त कण ही नहीं होगें तो वह काम कैसे करेगा ? हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है । एक हीमोग्लोबिन ही है जो मनुष्य के शरीर में खून की मात्रा को सही ढंग से दर्शाता है।

क्या आप जानते हैं कि पुरूष और महिला में खून की मात्रा लगभग कितनी होनी चाहिए ? पुरूषों में खून की मात्रा लगभग 12 से 16 के बीच होनी चाहिए और यहिलाओं में 11 से 14 के बीच होनी चाहिए। हम बतायेगें कि एनीमिया के सामान्य कारण क्या हैं ( what is anemia ) और हम इनको किस प्रकार अपने या किसी दूसरे के शरीर में जाँच सकते हैं ?

Anemia के कारण | Causes of Anemia.


( What is Anemia ) जब मनुष्य का शरीर अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या से हटकर कोई काम करने लगता है या उसका शरीर उसे ऐसा लगता है कि उससे यह काम आज नहीं होगा या अब नहीं होगा तब समझ जाना चाहिऐ कि दाल में ज़रूर कुछ काला है अर्थात हमारा शरीर किसी बीमारी की चपेट में आ गया है। मनुष्य को तुरंत react करना चाहिए और बीमारी के कारणो की तरफ ध्यान देना चाहिए । सबसे पहले तो हमें यही मुख्य कारण समझना चाहिए जो इससे related है यानि कि खून की कमी का होना –


खून की कमी के कारण | Khoon ki kami ke karan.


◆ यदि मनुष्य के शरीर में पेट में अल्सर या सूजन आई हुई है तब एनीमिया हो सकता है।
◆ मनुष्य ठीक से भोजन नहीं कर पाता या वह फास्ट फूड अधिक खाता है जिससे उसके शरीर में vitamines की कमी हो जाती है। खासतौर पर व्यक्ति लौह तत्व की चीज़े अधिक नहीं खाता उससे भी एनीमिया हो जाता है।


◆ किन्हीं महिलाओं को बहुत अधिक मात्रा में मासिकधर्म के दौरान रक्तस्राव होता है जिससे हर माह काफी मात्रा में शरीर से खून निकल जाता है इससे महिलओं में एनीमिया की शिकायत हो जाती है।
◆ यदि कोई पुरूष या फिर महिला को गुर्दो में किसी भी तरह की समस्या है और समस्या बहुत अधिक बढ़ चुकी है तब भी एनीमिया की बीमारी हो सकती है।


◆ बवासीर में शौच करते समय काफी खून बह जाता है जो कि एनीमिया को जन्म देने के लिए पर्याप्त है।
◆ Sugar के patients हों या फिर अन्य किसी कारण से संक्रमित व्यक्तियों को भी एनीमिया हो जाता है।


◆ हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए बहुत सारे तत्वों की आवश्यकता होती है। उन्ही महत्वपूर्ण तत्वों मे से एक तत्व है लौह तत्व। जो लोग अपने खाने में लौह तत्व वाली चीज़े नहीं खाते उन्हें भी एनीमिया आसानी से हो जाता है। इसके अतिरिक्त और भी काफी वजह हैं जो मनुष्य में एनीमिया को उत्पन्न करने में सहयोग करती हैं ।


◆ जिस किसी व्यक्ति, महिला या बच्चे को मच्छर के काटने से मलेरिया हो जाता है, इससे उनके शरीर से लाल खून के सैल्स नष्ट हो जाते हैं जिस कारण उन्हें एनीमिया हो जाता है।
◆ यदि किसी व्यक्ति का कार, ट्रक आदि से एक्सीडेंट हो जाता है और शरीर से बहुतायत रूप में खून बह जाता है, तब भी एनीमिया की शिकायत हो जाती है।


◆ जो महिलाएँ बार बार अपना गर्भपात कराती हैं या किसी कारणवश उनका गर्भपात होता रहता है। ऐसे में रक्त निकलते रहने के कारण उन्हें एनीमिया हो जाता है।
◆ जो महिलाएँ जल्दी जल्दी प्रसव करती हैं उनको भी एनीमिया की बीमारी हो जाती है।

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महिलाओं में एनीमिया के कारण एवं लक्षण । Anemia in women.

एनीमिया के लक्षण । Sings of Anemia / symptoms of anemia.


What is Anemia. ( एनीमिया क्या है ? एनीमिया के कारण जानने के बाद चलते हैं एनीमिया के लक्षण या संकेतो की ओर जिसे जानकर आप एनीमिया की पहचान आसानी से कर सकते है । तो जानते है – symptoms of Anemia in hindi –


● सामान्य लक्षणों में शरीर में बहुत अधिक कमज़ोरी का होना और शरीर थका थका सा रहना।
● हृदय गति का असामान्य महसूस होना।
● सांस लेने में uncomfortable होना।


● सिर दर्द की शिकायत होना।
● तीव्रता के साथ चक्कर आना, खास तौर पर लेटकर या बैठकर।
● त्वचा का पीला पड़ जाना।
● देखने पर त्वचा सफेद दिखना।


● जीभ और नाखूनों के अंदर सफेदी का उत्पन्न हो जाना और देखने पर सफेद लगना।
● कभी कभी ऐसा महसूस होना कि शरीर में बेहोशी सी आ रही है। बार बार नींद आना जैसा लगना।
● पैरो और हाथों में यहाँ तक की चेहरे पर भी सूजन का दिखाई देना।
● थोड़ा बहुत चलते ही सांस का फूल जाना या हांफने सा लगना।
● हृदय में घबराहट पैदा हो जाना।

 आयरन की कमी के लक्षण । Iron deficiency symptoms –


● सामान्य लक्षणों में शरीर मे बहुत अधिक कमज़ोरी का होना और शरीर थका थका सा रहना।
● हृदय गति का असामान्य महसूस होना।
● सांस लेने में uncomfortable होना।
● सिर दर्द की शिकायत होना।


● तीव्रता के साथ चक्कर आना, खास तौर पर लेटकर या बैठकर।
● त्वचा का पीला पड़ जाना।
● देखने पर त्वचा सफेद दिखना।
● जीभ और नाखूनों के अंदर सफेदी का उत्पन्न हो जाना और देखने पर सफेद लगना।


● कभी कभी ऐसा महसूस होना कि शरीर में बेहोशी सी आ रही है। बार बार नींद आना जैसा लगना।
● पैरो और हाथों में यहाँ तक की चेहरे पर भी सूजन का दिखाई देना।
● थोड़ा बहुत चलते ही सांस का फूल जाना या हांफने सा लगना।
● हृदय में घबराहट पैदा हो जाना।

एनीमियासे कैसे बचें । What is Anemia.


जैसा कि ऊपर ( what is anemia ) के बारे में पढ़ा कि शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया रोग हो जाता है। अगर आपको ऐसा लगता है का यह समस्या आपको या आपके परिवार में से किसी को भी हो सकती है तो सबसे साधारण ईलाज व आसान तरीका सेब, अनार, पपीता व सब्जी में पालक, मेथी, गाजर, बथुआ, चुकंदर, खूबानी, अंजीर आदि अधिक से अधिक मात्रा में खाना चाहिए।

डाक्टर से इस ( What is Anemia ) विषय मे राय लें और अगर हो सके तो फोलिक एसिड की दवाईयाँ या सिरप ज़रूर लें। हम आपके लिए लाए हैं कुछ घरेलू उपाय जो मानव शरीर में एनीमिया की बीमारी को दूर करने में काफी मददगार साबित होगें ।

Home Remedies for Anemia in hindi.

एनीमिया का घरेलू उपाय – Home Remedies for Anemia in hindi.


◆ अनार का जूस पीएं। अनार एनीमिया को दूर करने का अचूक ईलाज है। यह आपको पता ही है कि हमारे शरीर में हमारे रक्त में दो तरह के कण होते हैं । एक सफेद और दूसरा लाल । जब हमारे रक्त से लाल कण नष्ट होने शुरू हो जाते हो जाते हैं तब एनीमिया बीमारी कही जाती है।


◆ मुनक्का को रात में लोहे की कड़ाही में पानी के साथ 6 घंटे के लिए भिगोकर रख दें। इसके बाद प्रयोग करें, ऐसा करने से खून में आयरन की मात्रा बढ़ेगी और लाल रक्त कणों में इज़ाफा होगा।


◆ एनीमिया के रोगी को भरपूर मात्रा में दूध पीना चाहिए।
◆ केला, सेब आदि ताजे फलों का सेवन करना चाहिए।
◆ सब्जियों में हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, शकरकंद और अनाज को खाने में सम्मिलित करें।
◆ विटामिन-बी और फॉलिक एसिड को डाईट में ज़रूर लें पर डाक्टर की सलाह से।
◆ चुकंदर का नाम कौन नहीं जानता। आयरन की कमी को दूर करने में चुकंदर रामबाण औषधि का काम करता है। चुकंदर में लोहे की मात्रा के साथ साथ फाइबर,  कैल्शियम,  पोटासियम, सल्फर और विटामिन भी होता है।

चुकंदर का उपयोग घर पर कैसे करें :


एक medium size beat root , तीन से चार गाजर, और आधा शकरकंद mixer में डालकर इन सबका जूस निकालकर पीएं। प्रतिदिन ऐसा करने से शरीर से आयरन की कमी दूर होगी व आराम मिलेगा। चुकंदर को सलाद के रूप में भी खा सकते हैं या ऐसा भी देखा गया है कि कुछ लोग चुकंदर को हल्का सा उबाल लेते हैं फिर खाते हैं। चाहे जो तरीका हो पर यह हमारे शरीर से आयरन की कमी को दूर करता है यह बेहद आवश्यक है।

खून की कमी शीरा से करे दूर – Blackstrap molasses.


◆ गर्म पानी या दूध में यह शीरा एक चम्मच मिलाकर दिन में एक बार या दो बार लिया जा सकता है।
◆ एक कप पानी में दो चम्मच शीरा और सेब का सिरका मिलाकर दिन में एक बार ज़रूर पीएं। इसको पीने मात्र से शरीर से लगभग 15 फीसदी लौह तत्व की कमी पूरी होती है।

पालक से एनीमिया का ईलाज – what is Anemia treatment with palak.


हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में लोहा सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है और पालक खून की कमी के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार भी माना गया है। लौह तत्व के अलावा पालक में विटामिन बी 12, फोलिक एसिड और ऊर्जा बढ़ाने वाले पोषक तत्व पाएं जातें हैं जिससे मानव का शरीर एनीमिया से बाहर आ जाता है। आपको जानकर हैरानी हो पालक का आधा कप लगभग 36 प्रतिशत लोहा और 34 प्रतिशत फोलिक एसिड मनुष्य के शरीर के लिए बेहद उपयोगी है।


अन्य उपचार
◆ लौह तत्वयुक्त चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करें।
◆ विटामिन ‘ए’ एवं ‘सी’ युक्त खाद्य पदार्थ खाएं। नींबू व खट्टे फल तथा सेब , अनार व मौसम के फल आदि।
◆ गर्भवती महिलाओं एवं किशोरी लड़कियों को जिन्हें हर महीने मासिकधर्म आता है नियमित रूप से 100 दिन तक लौह तत्व या फिर फॉलिक एसिड की 1 गोली daily night मे भोजन के बाद लेनी चाहिए।
◆ भोजन करने के बाद चाय बिल्कुल भी ना पिएं । यदि दूरी बनाकर रखें तो अच्छा है ।
◆ महिलाओ को चाहिए कि जल्दी जल्दी बच्चे ना पैदा करें और ना ही गर्भपात करवाएं।
◆ स्वच्छ पेय जल को पीएं।

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◆ गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए ।
◆ मूली, गाजर, टमाटर, शलजम, खीरा जैसी कच्ची सब्जियां प्रतिदिन खाने से आयरन की कमी नहीं हो पाती।
◆ मूंगफली, अंडे, कुकुरमुत्ता (मशरूम), मटर व फलियां, चोकर वाला आटा, आलू, दालें, सूखे मेवे, मछली, मांस, बाजरा, गुड़, गोभी, गोभी, शलजम, अनानास आदि का सेवन करें ।


FAQ


Q.1. एनीमिया के कारण क्या होता है ? 
Ans – Anemia एक ऐसा रोग है जो शरीर में रक्त की कमी के कारण होता है । जब मानव शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती तो ऑक्सीजन की सप्लाई ठीक से नहीं होती है । फलस्वरूप एनीमिया के शिकार हो जाते है ।

Q. 2. एनीमिया कौन से विटामिन की कमी से होता है ?
Ans – एनीमिया फोलिक एसिड, आयरन एवं विटामिन बी12 की कमी के कारण होता है ।

Q. 3. एनीमिया कितने प्रकार की होती है ?
Ans – Anemia तीन प्रकार का होता है 1. माइल्ड, 2. सीवियर एवं मॉडरेट ।

Q. 4. एनीमिया में क्या नहीं खाना चाहिए ?
Ans – एनीमिया के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए जैसे सोयाबीन, मटर, चीनी युक्त पदार्थ एवं खाना खाने के बाद चाय – कॉफी से दूर रहे ।

Q. 5. रक्ताल्पता का अर्थ क्या है ? 
Ans – साधारण शब्दों में रक्ताल्पता का अर्थ रक्त यानी खून ( Blood ) अल्पता यानी अल्प यानी कम या कमी । खून की कमी । खूनी की कमी होने से हीमोग्लोबिन की संख्या कम हो जाती है ।

उम्मीद करते है आज का टॉपिक एनीमिया के कारण, लक्षण एवं बचाव । what is anemia आपको अच्छा लगा होगा । आप अपने विचार कमेंट बॉक्स में लिखे ।
 

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