मसूड़ों में सूजन के घरेलू उपाय । Masudo me sujan ka ilaaj.

Masudo me sujan ka ilaaj.
Masudo me sujan ka ilaaj.

Masudo me sujan ka ilaaj. मसूड़ों में सूजन और उनका फूलना एक मुख्य बीमारी है जो अत्यधिक लापरवाही और अनियमित खानपान जैसे – अधिक मीठा खाने और उसके बाद दाँत साफ न करने या ठीक से ब्रश न करने के कारण होती है ।

मसूड़ों की सूजन को आँग्ल भाषा में जिंजिवाइटिस ( Gingivitis ) कहते हैं । इस बीमारी में मसूड़े फूल जाने के कारण खून बहने लगता है । कभी-कभी दातुन या ब्रश करते हुए भी मसूड़ों से खून टपकने लगता है । ऐसी स्थिति में मसूड़े कमजोर पड़ जाते हैं, जिसके कारण दाँतों और मसूड़ों में अत्यंत तकलीफ होती है । Masudo me sujan ka ilaaj.

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मसूड़ों की सूजन । Gum Swelling in hindi.

विशेषज्ञों के अनुसार पित्त एवं रक्त दोष के कारण मसूडों में सूजन आ जाती है । स्वास्थ्य प्रद भोजन की कमी और उचित देख- भाल न किए जाने के कारण यह समस्या विकट रूप धारण कर लेती है ।

इस बीमारी के लक्षण दृष्टिगोचर होते ही डॉक्टर को दिखा कर इसका उचित इलाज किया जाना चाहिए , अन्यथा यह गंभीर रूप धारण कर सकते हैं । इससे पायरिया या पेरियोडोटाइटिस जैसी बीमारी हो सकती है ।

ब्रश करते वक्त या ब्रश करने के बाद दाँतों से खून निकलना और दर्द या चीस होना एक समस्या बनती जा रही है । इस प्रकार की सूजन से मसूड़ों में पेरियोडोटाइटिस के लक्षण भी हो सकते हैं । इसमें मसूड़ों के सॉफ्ट टिशु तथा दाँतों को सुरक्षा प्रदान करने वाली हड्डी को नुकसान होता है, जिससे दाँत कमजोर होकर गिर जाते हैं, अथवा दाँतों के बीच खाली स्थान बनने लगते हैं ।

मसूड़ों में सूजन के लक्षण । Gum Swelling symptoms.

जब मसूड़ों में सूजन आने लगती है, तो उनका रंग लाल होने लगता है, मसूड़े चीसने लगते हैं , अनेक बार मसूड़ों से खून निकलने लगता है । कुछ भी चबाने में दिक्कत होती है । अक्सर ब्रश करते समय या कुछ चबाते हुए मसूड़ों से खून निकलने लगता है । मसूड़ों में सूजन की दिक्कत की वजह से उनमें दर्द होने लगता है और मुँह से बदबू आने लगती है ।

मसूड़े फूलने और दाँत में दर्द के कारण | । Gum Swelling and teeth pain in hindi.

पोषक तत्वों की कमी के कारण मसूड़ों में सूजन आने लगती है । मसूड़ों में सूजन की एक और वजह मुँह में होने वाला संक्रमण भी होता है । इस के कारण मसूड़ों में सूजन के साथ – साथ दर्द भी शुरू हो जाता है । मसूड़ों के फूलने के पीछे बहुत से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जिन्हें अंग्रेजी में गम डिजीज के नाम से भी जाना जाता है ।

बैक्टीरियल इंफेक्शन, फंगस इंफेक्शन, पौष्टिक तत्वों की कमी, गर्भावस्था, विटामिन-सी की कमी या फिर दातों में फंसा खाना मसूड़ों के फूलने के मुख्य कारण हैं । उचित समय पर सही उपचार न मिलने पर यह मुँह और दाँतों के स्वास्थ्य के लिए नुकसान दायक हो सकता है । वक्त रहते इनका उचित इलाज किया जाना अति आवश्यक है ।

मसूड़ों को सूजन व दाँत दर्द से कैसे बचें  | Gum disease in hindi.

1. धीरे- धीरे ब्रश करना – लोग अपने दाँत चमकाने के लिए बड़ी देर तक और बहुत रगड़कर दाँत माँजते हैं । जिसका नतीजा यह होता है कि उनके दाँतों का इनेमल घिस जाने की वजह से दाँतों की चमक समाप्त हो जाती है और दाँतों में दर्द होने लगता है । जोर से ब्रश करने से मसूड़े भी छिल जाते हैं जिससे मसूड़े फूलने लगते हैं ।

2. दाँतों की उचित देख – भाल – दिन में दो बार ब्रश करना । अगर किसी वजह से ब्रश नहीं कर पा रहे हैं तो कुल्ला जरुर कर लेना चाहिए । लेकिन होता यह है कि लोग सुबह तो ब्रश कर लेते हैं, पर रात को खाना खाने के बाद कुल्ला या ब्रश कुछ भी नहीं करते । इसी वजह से दाँतों और की मसूड़ों की समस्या बढ़ने लगती है ।

3. नकली दाँत लगाना – अनेक बार जब असली दाँत टूट जाते हैं, तब नकली दाँत लगवाने की आवश्यकता होती है । किन्तु यदि नकली दाँत मसूड़ों में ठीक से बैठ नहीं पाते तब मसूड़े फूलने लगते हैं और उनमें दर्द शुरू हो जाता है ।

4. विटामिन सी की कमी – मसूड़ों के लिए विटामिन सी बहुत लाभदायक होता है । जब खाने में इसकी कमी होती है, तब मसूड़ों का स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है । मसूड़ों में खून का सही संचार न होने के कारण से भी मसूड़ों में सूजन आने लगती है ।

5. मसूड़ों में खाना फंसना – आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार रात का या दोपहर का खाना खाने के बाद हम ब्रश या कुल्ला नहीं करते हैं, जिससे धीरे-धीरे खाने के अंश मसूड़ों और दाँतों में फँसने लगते हैं, जिससे बाद में मसूड़े फूलने लगते हैं और फिर दाँतों में दर्द होने लगता है ।

6. अधिक मीठा खाना – मीठा खाने के बाद दाँतों की सफाई न करने से भी मसूड़ो में सूजन होने लगती है, क्योंकि इससे दाँतों में कैविटी हो जाती है । मीठा दाँतों को और मसूड़ों को बहुत नुकसान पहुँचाता है ।

7. कीटाणुओं से सड़न – आयुर्वेद के मुताबिक कभी-कभी कीटाणुओं के कारण भी दाँतों में कीटाणुओं की वजह सड़न ( बैक्टीरियल इंफेक्शन ) होने की वजह से मसूड़ों में परेशानी होने लगती है । बहुत बार मसूड़ों में पायरिया की तकलीफ हो जाती है, उससे भी मसूड़े फूलते हैं ।

Gum Swelling and teeth pain in hindi.

मसूड़ों में सूजन आने पर खानपान । Masudo me sujan ke khanpan.

मसूड़ों में सूजन आने या मसूडों के फूलने पर मुलायम और सरलता पूर्वक चबाये जाने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए । तरल पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए, इसके साथ ही  विटामिन- सी से भरपूर फलों का सेवन करना चाहिए ।

दाँतों को अच्छी प्रकार मुलायम ब्रश से साफ करें । ब्रश करने से पहले ब्रश को थोड़ी देर के लिए हल्के गर्म पानी डुबोकर रखने से ब्रश सॉफ्ट हो जाता है, इससे मसूड़े नहीं छिलते ।

भोजन के बाद तथा सोने से पहले भी ब्रश करें तथा कुछ भी खाने के बाद अच्छी प्रकार कुल्ला अवश्य करना चाहिए । दाँतों की साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए ।

मसूड़ो में सूजन के समय, अधिक गर्म और मसालेदार और तीखे भोजन करने से परहेज़ करना चाहिए । ऐसा न करने से मसूड़ों में तकलीफ बढ़ सकती है ।
रसायन और रसायन युक्त माउथवॉश का प्रयोग करने से परहेज़ करना चाहिए ।

मसूड़ो से सम्बंधित कोई भी तकलीफ होने पर टॉफी, च्यूइंग गम आदि का परहेज करना चाहिए ।

मसूड़ों में सूजन के घरेलू उपाय | Masudo me sujan ka ilaaj.

लोग मसूड़ों में सूजन कम करने के लिए सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही आजमाते हैं । निम्न घरेलू उपायों को प्रयोग करने से मसूड़ों की सूजन में होने वाले कष्ट से आराम पाया जा सकता है –

1. नमक – मुँह से संबंधित समस्याओं के छुटकारे में नमक का पानी बहुत लाभदायक होता है । नमक के पानी से कुल्ला करने से मुँह में होने वाले संक्रमण से बचाव होता है, जो मसूड़ों में सूजन आने का एक कारण है ।

2. लौंग तेल – लौंग के तेल में 2–3 छोटी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर मसूड़ों पर लगाएँ । लौंग के तेल में क्रिनोलिन होता है जो एक  एंटी-ऑक्सिडेंट होता है, इसलिए लौंग का तेल मसूड़ों के दर्द के साथ सूजन कम करने के लिए बहुत उपयोगी होता है ।

3. हल्दी – हल्दी में करक्यूमिन होता जो एक एंटी-ऑक्सिडेंट होता है और इसमें एंटी-इंफ्लैमटोरी भी पाए जाते हैं जो दाँतों को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं । हल्दी के चूर्ण को हलके हाथ से दाँतों की मालिश करने से बहुत आराम मिलता है ।

4. नीलगिरी का तेल – मसूड़ों के उत्तम स्वास्थ्य की दृष्टि से नीलगिरी का तेल एक एंटी इन्फ्लामेट्री डिसइन्फेक्टेंट है जो कमजोर होते मसूड़ों का सफलता पूर्वक इलाज करने के साथ ही नवीन गम सेल्स के निर्माण में सहायता करता है |

सरसों का तेल से मसूड़ो का इलाज । sarso ke tel se Masudo me sujan ka ilaaj.

सरसों के तेल में रोगाणुरोधी गुण होता है, जो मसूड़ों की सूजन से राहत पहुँचाने में सहायक होता है । सरसों के तेल में थोड़ा नमक मिलाकर इस मिश्रण को मसूड़ों पर लगाएँ । इस उपचार का बार-बार उपयोग करने से जल्द ही संक्रमण से मुक्ति मिल जाती है ।

नमक – तेल से मसूड़ों की मालिश से इलाज | Namak tel se Masudo me sujan ka ilaaj.

मसूड़ों में सूजन पायरिया या किसी भी प्रकार के संक्रमण की वजह से भी हो सकती है । यदि मसूड़ों में सूजन की वजह से मुँह में दर्द और खाना खाने में दिक्कत हो रही है तो सुबह और शाम सरसों के थोड़े से तेल में चुटकी भर नमक मिलाकर मसूड़ों की मालिश करें, और गुनगुने पानी से कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होने के साथ पायरिया की समस्या से भी निजात मिलेगी ।

एलोवरा से मसूड़ो में सूजन का इलाज | Aloevara se Masudo me sujan ka ilaaj.

औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा जैल की प्रकृति बैक्टीरिया विरोधी और फंगस विरोधी होती है । ये मसूड़ों की सूजन को दूर करने, मसूड़ों से खून आने और मुँह के संक्रमण जैसी अनेक समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है । यदि दाँत और मसूड़े स्वस्थ होते हैं तो चेहरे की मुस्कान और खूबसूरती बनी रहती है । किसी भी दाँत में सड़न या दाँत के उखड़ जाने से चेहरे की खूबसूरती बिगड़ जाती है ।

आजकल की पश्चिमी खान-पान पद्यति के कारण मसूड़ों में सूजन और दाँतों की समस्याएँ बढ़ गई हैं । आयुर्वेदाचार्यों का कहना है कि दाँतों की समस्या असल में दाँतों की न होकर मसूड़ों की समस्या होती है । मसूड़ों का ठीक से ख्याल न रखने से परेशानियां बढ़ने लगती हैं |

मसूड़ों को स्वस्थ रखने के उपाय | Gum healthy tips in hindi.

मसूड़ों में सूजन और दाँत दर्द की समस्या होने पर घरेलू उपचार बहुत ही कारगर सिद्ध होते हैं । मसूड़ों में सूजन और दाँत में दर्द होने पर इन घरेलू उपायों को अपना सकते हैं ।  मसूड़ों को स्वस्थ रखने के उपाय -इस प्रकार है –

1. दाँतों में ब्रश करना छोड़ दें – मसूड़ों में सूजन होने पर दाँतों में ब्रश करना छोड़े दें । अगर ब्रश करेंगे तो मसूड़े और छिलेंगे जिससे परेशानी और बढ़ेगी । ब्रश के बदले ऊँगली से मसूड़ों की मालिश कर सकते हैं ।

 2. फिटकरी का कुल्ला – नित्य प्रति सुबह-शाम गुनगुने पानी में फिटकरी डालकर कुल्ला करने पर केवल दाँत या मसूड़ों की ही नहीं बल्कि मुँह की कई समस्याएँ दूर होती हैं । जैसे – मुँह से दुर्गंध आना या मुँह न खुलना आदि ।

3. सिकाई – दाँतों में दर्द वाली जगह पर सिकाई की जा सकती है । मसूड़ों में सूजन या दाँत में दर्द होने पर चेहरे के बाहरी हिस्से पर भी दर्द होने लगता है । कई बार सिर व आँखों में भी दर्द होता है । ऐसा होने पर दर्द वाली जगह पर मुलायम कपड़े से सिकाई करने से भी लाभ होता है ।

4. जामुन के पत्तों का रस – जामुन के पत्तों का रस दाँत दर्द और मसूड़ों की सूजन दोनों में अत्यधिक लाभदायक होता है । साथ ही जामुन के पत्तों की राख बना कर उसे मसूड़ों पर मलने से दाँत और मसूड़े मजबूत होते हैं ।

 5. दातुन का प्रयोग – नीम, बबूल या करंज की दातुन का प्रयोग करने से दाँतों के दर्द में लाभ मिलता है । इनमें ऐसे गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को दूर करते हैं । दाँत में दर्द और मसूड़ों में सूजन होने पर उनका समुचित इलाज करना चाहिए ।

बहुत सी दिक्कतों को घर पर ही ठीक किया जा सकता है । अगर शुरूआती लक्षण दिखाई देते ही इलाज शुरू कर दिया तो परेशानी ज्यादा आगे नहीं बढ़ती । घरेलू उपाय बड़े ही उपयोगी होते हैं । यदि इन उपायों से फौरी तौर पर राहत मिल गई है आगे की जाँच के लिए दाँतों के डॉक्टर को दिखा कर पूरा उपचार कराएँ ।। डॉ. राजेश कुमार जैन, श्रीनगर गढ़वाल, उत्तराखंड ।।

About Gudala Balaji

मै जी.बालाजी Global Health Tricks का संस्थापक हुँ । हम एक भावुक स्वतंत्र लेखक और ब्लॉगर है । जो हमेशा पाठकों को प्रेरित करने वाले शब्दों को बुनने के लिए समर्पित हूं। लेखन के प्रति मेरा प्रेम विभिन्न विषयों तक फैला हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी रोचक व बहुमूल्य जानकारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एक शब्दकार के रूप में, आकर्षक और जानकारीपूर्ण ब्लॉग पोस्ट लिखने का उद्देश्य ज्ञानवर्धन और मनोरंजन करना है। जटिल अवधारणाओं को सुलभ सामग्री में अनुवाद करने की क्षमता के साथ, हम ब्लॉगिंग की दुनिया में रचनात्मकता और विशेषज्ञता का एक अनूठा मिश्रण लाने का प्रयास कर रहे है।

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