स्त्री धातु रोग की दवा पतंजलि । Himalaya व आयुर्वेद की मेडिसिन

Stri Dhaatu rog ki dawa patanjali.

स्त्री धातु रोग की दवा पतंजलि । आज की व्यस्तम जीवन शैली मे अनेको बीमारियों ने पाव पसारे है । उन रोगो मे से लेडीज धातु Rog भी एक है । एक्सपर्ट अनुसार दुनिया भर मे लगभग 30 फीसदी महिलाएं इस रोग से ग्रसित है । असल मे लेडीज धात एक ऐसी समस्या है जिसमे मे प्राइवेट पार्ट में से सफ़ेद पानी गिरता है । इसे स्त्री धात कहा जाता है ।

खानपान मे लापरवाही, अनचाहा संबंध, प्रजनन अंगों की उचित देखभाल के आभाव मे महिलाओ को धात का शिकार होना पड़ रहा है । डॉक्टर्स के अनुसार नियमित रूप से शरीर की साफ सफाई के अलावा अपनी दिनचर्या में बदलाव करके stri धात से बचा जा सकता है । तो चलिए जानते हैं लेडीज धातु रोग की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि – Stri Dhaatu rog ki dawa patanjali.

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स्त्री धात रोग के लक्षण –

स्त्री धातु रोग वह स्थिति है जिसमे महिलाओ के जननेंद्रीय से सफ़ेद, चिकना व गाढ़ा पदार्थ निकलता है । कभी कभी यह बदबू दार भी होता है । सरल भाषा मे इसे सफ़ेद पानी या लिकोरिया भी कहते हैं । डॉक्टर्स का कहना है कि यह कोई स्वतंत्र रोग नहीं है । यह जननागो की साफ सफाई के अभाव एव आव्यवस्थित दिनचर्या के कारण होता है । इनके प्रमुख लक्षण इस प्रकार है –

  • आलस, थकान व कमजोरी ।
  • मासिक धर्म की अनियमितता ।
  • जननगों से सफ़ेद गाढ़ा तरल पदार्थ गिरना ।
  • शरीर का टूटना अर्थात पूरे शरीर मे दर्द होना ।
  • चक्कर आना, कार्यो मे अरुचि एव कमर दर्द आदि ।

यह एक ऐसी प्राइवेट प्रॉब्लम है जिनका इलाज तो है लेकिन समय पर इलाज न होने के कारण एनीमिया जैसी प्रॉब्लम हो सकती है ।

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स्त्री धातु रोग की दवा पतंजलि ।

महिलाओ के मूत्र मार्ग से मूत्र विसर्जन के दौरान या कभी कम – कभी ज्यादा मटमेला, चिकना सा तरल पदार्थ गिरता है । जिसे वाइट डिस्चार्ज या श्वेत प्रदर भी कहते हैं । इनका इलाज कुछ घरेलु उपाय के रूप में कर सकते हैं ।

इसी प्रकार आयुर्वेद में बहुत सारी जड़ी बुटिया हैं । या उनसे निर्मित कुछ दवाए भी है जिनका सेवन करके इस प्रॉब्लम से बच सकते हैं । इसी प्रकार बाबा रामदेव ने कुछ पतंजलि मेडिसिन का निर्माण किया है जो काफी उपयोगी हो सकती है तो चलिए जानते हैं – Stri Dhaatu rog ki dawa patanjali.

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पतंजलि दिव्य स्त्री रसायन वटी – स्त्री धातु रोग की दवा –

यह दवा बाबा रामदेव द्वारा निर्मित स्त्रियों के लिए रामबाण दवा है । जो विभिन्न प्रकार के स्त्री जनित रोगो के लिए लाभदायक है । इसमे मौजूद विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक घटक जैसे – अश्वगंधा, अशोक, चंदन, आँवला आदि जो महिलाओ के विभिन्न प्रकार के रोग जैसे – श्वेत प्रदर, धातु रोग, मासिक धर्म की अनियमितता, मूत्र मार्ग के संक्रमण, पेट दर्द आदि के लिए कारगर है ।

यह एक महिलाओ के लिए ऐसी रसायन वटी है जो महिलाओं की खोई हुई शक्ति को पुनः लौटाने का कार्य करती है । एवं उनके विभिन्न विकारो को दूर करके इम्युनिटी बढ़ाने का भी कार्य करती है । इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं । इनका उपयोग गर्म दूध के साथ एक एक टेबलेट सुबह शाम खाना खाने के बाद कर सकते हैं । दुष्प्रभावो से बचने के लिए अनुशासित खुराक ही सेवन करे ।

पतंजलि दिव्य शिलाजीत रसायन वटी – स्त्री धातु रोग की दवा –

आयुर्वेद के अनुसार शिलाजीत एक बहुत महत्वपूर्ण औषधि है जिनका उपयोग प्रजनन क्षमता बढ़ाने के साथ जननागो के विकारो को दूर करने के लिए किया जाता है । यह औषधि न केवल महिलाओ बल्कि पुरुषो के लिए लाभप्रद हैं । पतंजलि ब्रांड द्वारा इनसे अनेक प्रकार की दवाओं का निर्माण किया जाता है ।

Shilajit Rasayan vati एक आयुर्वेदिक दवा है जो अश्वगंधा, अंवला, शिलाजीत, हरड़, बहेड़ा आदि तत्वों से निर्मित होता है । इनका रोजाना इस्तेमाल करने से स्त्रियों मे गनेरिया रोग, प्रजनन विकार, सफ़ेद पानी या धातु रोग के लिए उपयोगी है । इनका उपयोग गुनगुने दूध के साथ एक एक टेबलेट सुबह शाम करे । ध्यान रखे कि इसे अनुशासित खुराक के रूप मे करें ।

दिव्य चंद्रप्रभा वटी । Chandraprabha Vati.

यह पतंजलि द्वारा निर्मित एक आयुर्वेदिक दवा है । यह न केवल महिलाओ के लिए बल्कि पुरुषो के लिए भी उपयोगी है । यह दवा महिलाओ मे होने वाले विभिन्न विकार जैसे रक्त स्त्राव, सफ़ेद पानी या धातु रोग, लिकोरिया, बार बार गर्भपात होना, गर्भाश्य का आकार का बढ़ना, मासिक धर्म की अनियमितता एव पीरियड्स के दौरान अधिक महामारी होने आदि के लिए फायदेमंद है ।

इसमे मौजूद कर्चूर, अंवला, मुस्ता, अमृता, देवदारु, चित्रक, हरितकी आदि जो महिलाओ एव पुरुषो के विभिन्न विकारो को दूर करने मे सहायक है । इनका उपयोग रोजाना गुनगुने पानी या दूध के साथ कर सकते हैं । इनके दुष्प्रभावो से बचने के लिए अनुशासित खुराक के रूप मे करें ।

पतंजलि दिव्य पत्रांगासव – लेडीज धातु रोग की दवा –

यह आयुर्वेद द्वारा निर्मित पतंजलि की स्त्रियों के लिए रामबाण दवा है जो महिलाओ मे होने वाले विभिन्न प्रकार के प्रजनन विकार, मासिक धर्म विकार आदि के लिए उपयोगी है । इनका नियमित रूप से उपयोग करने पर सफ़ेद पानी या धात रोग, अनियमित मासिक धर्म चक्र आदि से निजात मिलती है ।

इनका उपयोग योग्य डॉक्टर या वैध की सलाह से सेवन करें । या रोजाना 30 ml तक गुनगुने पानी के साथ सेवन करें । इनके साइड इफ़ेक्ट्स न के बराबर है लेकिन अनुशासित खुराक के रूप मे करे ।

नारी सौन्दर्य माल्ट । Nari Sondarya Malt – स्त्री धातु रोग की आयुर्वेदिक दवा –

यह एक महिलाओ के लिए रामबाण आयुर्वेदिक दवा हैं जो महिलाओ के विभिन्न विकारो जैसे – योनिशूल, अनियमित महामारी, सफ़ेद पानी या स्त्री धातु रोग, अधिक महामारी, दर्द, रक्त स्त्राव, गर्भाशय संबंधी विकार आदि के लिए उपयोगी है । इनका 3 महीने तक लगातार सेवन करने से महिलाओ मे नई ऊर्जा का होता है । उनकी सुंदरता मे इजाफा होता है ।

यह एक हर्बल आयुर्वेदिक मेडिसिन हैं जो स्त्रियों के विभिन्न विकारो को दूर करके अद्भुत सौंदर्यता में वृद्धि करता है । इनका उपयोग रोजाना 100 ml तक गर्म पानी या चाय के साथ कर सकते है । इनका कोई साइड इफ़ेक्ट्स नहीं है लेकिन इनका सेवन अनुशासित खुराक के रूप मे करें ।

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स्त्री धातु रोग की दवा Himalaya – लुकोल टैबलेट

यह हिमालय ब्रांड की हर्बल आयुर्वेदिक दवा है जो महिलाओ मे होने वाले जननागो के विकार जैसे सफ़ेद पानी गिरना या धातु रोग, जननेंद्रीय मे सूजन, दर्द आदि के लिए रामबाण दवा है । यह एक एंटी इंफ्लिमेंट्री टेबलेट है जो मूत्र मार्ग की सूजन को कम करने के साथ साथ गर्भाशय के लिए लाभकारी है ।

इसमे मौजूद विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक तत्व जो महिलाओ मे होने वाले दर्द चाहे हो पीरियड्स पेन हो या रतिक्रिया के दौरान होने वाला दर्द हो । यह एक पेनकिलर टेबलेट के रूप में कारगर है । इनका उपयोग 1 – 1 टेबलेट सुबह शाम कर सकते हैं । मगर इस बात का ध्यान रखे की 21 दिन से अधिक सेवन न करे । यदि आप अधिक दिन सेवन करना चाहते हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें ।

स्त्री धातु रोग के घरेलु उपचार –

यदि आप सफ़ेद पानी या धातु रोग से परेशान है तो दवाए लेने से पहले कुछ घरेलु उपाय कर सकते हैं । इन घरेलु उपाय के रूप में कुछ आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन कर सकते हैं । या अपनी दिनचर्या मे बदलाव करके बच सकते है तो चलिए जानते हैं – वाइट डिस्चार्ज के घरेलु उपाय –

  • अमृतम शतावर चूर्ण एव मुलेठी चूर्ण 50 – 50g , सौफ व मिश्री 20 – 20 g, धनिया 10 g, त्रिवंग भस्म 5 ग्राम का मिश्रण तैयार करके रोजाना 100 ml तक गर्म दूध के साथ दिन मे 3 बार सेवन करने से फायदा होगा ।
  • रोजाना खाली पेट कच्चा गोंद खाने से स्त्री धातु रोग से मुक्ति मिलती है । इसी प्रकार खाली पेट आंवले का मुरबा खाने से भी राहत मिलती है ।
  • तुलसी का रस निकालकर शहद के साथ सेवन करने से धातु रोग से राहत मिलती है । इसी प्रकार तुलसी के बीज़ भी बहुत उपयोगी है ।
  • लेडीफिगर यानी भिंडी भी धातु रोग के लिए लाभप्रद हैं । इनका गाड़ा धोल बनाकर सेवन किया जा सकता है । इसी प्रकार लहसुन भी उपयोगी औषधि है ।

अंतिम शब्द – आज के लेख – स्त्री धातु रोग की दवा पतंजलि । Stri Dhaatu rog ki dawa patanjali. मे दी गई समस्त जानकारी का उद्देश्य शैक्षणिक हैं । हम किसी दवा का स्वामित्व नहीं रखते हैं । यदि आप इन दवाओं का उपयोग करना चाहते हैं तो डॉक्टरी परामर्श अवश्य करें ।

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