गर्भावस्था में देखभाल कैसे करें । Pregnancy Care in Hindi

 

Pregnancy Care in Hindi

Global health tricks में आपका बहुत बहुत स्वागत है । पीरियड मिस होना किसी भी शादीशुदा नारी के लिए खुशखबरी से कम नहीं है । जो नारी की पूर्णता का अहसास करा देती है । लेकिन यहां से Health पर ध्यान देना भी बहुत आवश्यक है । तो आज हम गर्भावस्था में देखभाल कैसे करें । Pregnancy Care in Hindi के बारे में चर्चा करेंगे । pregnancy care करना हर नारी का सपना होता है ।

यह समझने का प्रयास करें । Exactly 40 हफ्ता याने की 9 महिने 7 दिन, लेकिन बच्चा जब आपके पेट में आ रहा हैं वो होगा लगभग 38 weeks । शुरुआत के 2 हफ्ते हैं वो Fertilisation time का यानी की वो अंडा जिसमें fertilisation होना हैं और आगे जाकर के जिसे गर्भ बनना है । उस अंडे की बनने की प्रक्रिया को ही 40 हफ्ता लगता है । गर्भावस्था ( Garbhavastha ) के दौरान देखभाल करने के कुछ टिप्स बताने जा रहे है तो चलिए जानते है – गर्भावस्था में देखभाल कैसे करें । Pregnancy Care in Hindi –

Table of Contents

गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण । Early pregnancy symptoms

आपने अक्सर Tv/ Film में देखा होगा कि अगर female को उल्टी आ रही हैं, चक्कर आ रहे है । / उसका कुछ खट्टा खाने का मन कर रहा हैं, तो इसका मतलब हैं कि वो Pregnant हैं, लेकिन Usually ऐसा होता हैं । आज हम इसीके बारें में जानेंगे कि Pregnancy में अलग – अलग Time क्या लक्षण हो सकते है । आपको बता दें कि चाहे Single pregnancy हो या Twins हों, लडकी हो या लडका हों, pregnancy symptoms में कोई फर्क नहीं आता है । pregnancy का सबसे reliable Sign होता हैं periods Miss होना, But periods miss होने से पहले ही कुछ लक्षण दिख सकते है ।

● स्तनों में भारीपन / दर्द । Heaviness in breasts / Pain
● थकान । Fatigue
● बार बार पेशाब आना । Frequent Urination
● सूजन । Bloating
● हल्की ऐंठन । Light Cramps

अक्सर यह symptoms Normal Period के पहले होने वाले symptoms याने PMS की तरह ही होते हैं । इनकी Basis पर बोलपाना Pregnancy हैं या नहीं हैं बहुत मुश्कील है । Period Miss होने के बाद 1-2 हफ्ते में जो symptoms हमने पहले बताये उसके अलावा आपको कुछ और लक्षण भी दिख सकते है ।

Pregnancy ke lakshan in hindi.

● जी मचलना
● उल्टी आना
● वज्रायना से ज्यादा Flued diacharge होना
● ज्यादा भूख लगना
● मूड स्वींगस होना

यह कुछ लक्षण आपको पहली तिमाही याने की शुरु के 12 हफ्ते तक रह सकते हैं और कई बार आपको परेशान कर सकते है इसलिए आवश्यक है कि Pregnancy care शुरुआती दौर से करे जो इस प्रकार है –

constipation – में कब्जी pregnancy के शुरुआती दिनो में Progesterone के बढने के कारण होती हैं, जो कि पेट में Food की Moment को कम कर देता है ।

Acidity – भी Progestrone Harmone की वजह से होती है । यह Harmone आपके पेट और food pipe के बीच के Valve को Relax कर चला जाता हैं और आपको जलन महसूस होती है ।

Food Craving – इसमें कई बार आपको कुछ specific खाने का मन करता है । बहुत बार ऐसे होता हैं कि जो चीजे आपको पहले पसंद थी वो अच्छी नहीं लगती है । Food choices में यह change completely normal है ।

असामान्य गर्भावस्था के लक्षण – Abnormal Pregnancy symptoms

अब हम जानते हैं Abnormal Pregnancy ओर उनके symptoms के बारे में । कुछ cases में Pregnancy बच्चे दानी में ना होकर बच्चे दानी के बाहर Most commonly Fallopian Tubes में हो सकती हैं । जो काफी कॉम्प्लिकेटेड होती है ।जि

समे आपको बहुत ज्यादा Pregnancy care करनी होती है । जिनके मुख्य लक्षणों में पेट के नीचले हिस्से में तेज दर्द, Vaginal Bleeding Or Spotting और चक्कर आ सकते हैं, आप बेहोश भी हो सकते है । ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए ।

घर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट कैसे करें । How to Do A Home Pregnancy Test.

Pregnancy Test Process – सबसे पहले आपको Pot में Urine लेना है । Urine हमेशा morning का ही होना चाहिये । अगर आप दोपहर /शाम का लेते हैं तो उस में HCG काफी कम मात्रा में होता है । असल में यह जो Kit हैं वो HCG के principle पर Work करती है । जो pregnant woman होती हैं उन के Urine में HCG यह एक Harmone होता हैं जो पाया जाता हैं तो इस Pregnancy test Kit का काम यह हैं कि उस HCG को Detect करती है । इस kit से में पता कर सकते हैं कि वो Harmone Urine में पाया जा रहा हैं या नहीं अगर नहीं पाया जा रहा हैं तो महिला pregnant होती है ।

Droper की Help से Urine को लिजिये और dropper की 2-3 बुंदे आपको Kit के hole पर डालनी है । इस तरह से आपको 3 drops डालने हैं और आपको result show होना प्रारंभ हो जायेगा । आपको कभी कभी इसके लिये 5 मिनट का भी wait करना पड सकता हैं वरना 1 मिनिट के अंदर अंदर ही result show हो जाता हैं । इसमे 2 लाइन होती है लाल व हरी । लाल का मतलब no है और हरी लाइन का मतलब 9 महीने बाद आपकी गोद में शिशु आने वाला है । और Pregnancy care का दौर शुरू हो जाता है ।

गर्भावस्था की देखभाल कैसे करें । Pregnancy care in hindi.

Pregnancy care करना आसान नहीं है । खाने पीने से लेकर उठने बैठने पर भी ध्यान देना पड़ता है । खाना / खेलना सोना अच्छी दिनचर्या निर्धारित करने के महत्वपूर्ण हैं । सन्तुलित खानपान करे एवं किसी भी प्रकार की दवाई लेने से परहेज करें । यदि कोई Health से जुड़ी कोई दिक्कत हो तो डॉक्टरी सलाह ले । इस समय 3 चरण अलग – अलग होने चाहिये । चलिए जानते है Pregnancy care in hindi-

Pregnancy Ke Pahle – Dusre Mahine me Kya khana chahiye.

फोलिक एसिड – फोलिक एसिड को Pregnancy के शुरु होने से ही दिया जाता है । यह गर्भधारणा करने के साथ साथ गर्भस्थ बच्चे के दिमाग के पूर्ण विकास के लिये जरुरी तत्व है ।

कैल्शियम – दुसरे महिने में गर्भवती को कैल्शियम की मात्रा में बढोतरी करने की आवश्यकता होती हैं । ऐसा इसलिये नवजात शिशू की हडिया बनना इसी समय शुरु होता है इसलिये अंडे, दूध, पत्तागोभी, दही, हरी सब्जिया खाने में शामिल करनी चाहिये ।

लोह – गर्भावस्था में pregnant woman का खून तेजी से बढता हैं । इस वजह से Iron की आवश्यकता होती है । 2 रे महिने से लोह पूर्ण आहार लेना चाहिये ।

फायबर – गर्भावस्था में कब्ज की problem होने लगती है । इससे बचने के लिये फायबर की आवश्यकता होती है । इससे बचाव के लिये जरुरी हैं, कि ऐसी चीजे खाये जो रेशो से भरपूर हों । इनमें ताजे फल, सलाद, हरी सब्जिया वगैरा शामिल है । इन्हें खाने से Blood pressure control रहता है । इन सभी का सेवन करना pregnancy care के लिए बहुत आवश्यक होता है ।

Pregnancy tips in hindi.

Baby development in Worb 1-9 th Month

सभी महिलाये इस बात को जानने के लिये उत्सुक रहती हैं कि उनके पेट में जो बच्चा पल रहा हैं वह इस समय कैसा होगा उसके क्या-क्या moment होंगे उसके कोन कोनसे अंग बन गये होंगे आदि । तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं हैं, क्योंकि इस बिंदू को हम described कर रहे कि बच्चे का विकास किस तरह से होता हैं कोनसे महिने में बच्चे के कौनसे अंग बनते है ।

गर्भावस्था को 3 भागों में याने 1 st Trimestr, 2 nd Trimester, 3 rd Trimester में बांटा जा सकता है । याने की हर एक Trimester 3 महिने का होता हैं । ये प्रत्येक अवधि बहुत महत्वपूर्ण होती है और pregnancy care करने की आवश्यकता होती है । तो चलिये Pregnancy care in hindi बिंदू विस्तारित रुप से जानते हैं –

1st Trimester – जब महिला गर्भ धारण कर लेती हैं तो गर्भावस्था में विभाजित कोशिकाओं की Valves एक भ्रुण का रुप धारण कर लेती हैं । शरीर में अविकसित नाल और गर्भनाल जो बच्चे को पोषण और oxygen देने का काम करते है । वो शरीर में Active हो जाते है । पहले महिने के दौरान बच्चे का सिर, मस्तिष्क, रीढ की हड्डि, फेफडे और दिल आकार लेने लग जाते है । यही से pregnancy care शुरू होती है ।

गर्भावस्था में दूसरे महिने में क्या विकास होता हैं ?

दुसरे महिने के दौरान मां के पेट में बच्चे के अंग मांस पेशिया, हाथ, पैर बढने लगते है । बच्चे के आकार की विकास के साथ बच्चे का चेहरा भी विकसित होने लगता है । इस महिने में भ्रुण का पाचन तंत्र और भ्रुण श्वसन यंत्र एवं भ्रुण आकार लेने लगता हैं । इस समय बच्चे की पलके बढने लगती है । फेफडे जो हैं किसी ठोस अंग की तरह आकार लेने लग जाते है । कंदे, कोहनी और घुटने सभी clearly अपनी रुप ले लेते हैं और बच्चे की development fastly होने लग जाती हैं । Pregnancy care in hindi.

तीसरे महिने में बच्चे का क्या विकास होता है ?

तीसरे महिने के दौरान भ्रुण की पलके, हाथों की उंगलिया और पैरो की उंगलिया बढने लगती है । बच्चे की त्वचा आने लगती हैं । भ्रुण का चेहरा ठिक प्रकार से बन जाता है । इस समय क्या होता हैं वो भी आकार लेने लग जाता हैं । जो बाहर का जो shape होता है वो भी आकार लेने लग जाता है ।

चौथे महिने में बच्चे की Growth कोनसी होती हैं ?

इस महिने में आपकी पहली Sonography होती हैं जिसमें आप अपने बच्चे को देख सकते है, आपका बच्चा तेजी से बढने लग जाता हैं बच्चे के नाखून एवं बाल की बढने की गती बढ जाती है । सभी अंग तेजी से आकार लेते है । इस महिने में Lenses development शुरु हो जाती है ।

पांचवे महिने में बच्चे के कोनसे अंग आने लगते हैं ?

पांचवे महिने में भ्रुण का वजन बढता हैं । बच्चे के Body में changes आने लग जाते है । बच्चो की उंगलियों के निशान, पैरो के निशान आप Sonography में देख सकते हैं। इस महिने में भ्रुण आपके पेट में movements करने लगता हैं और आपको जानकर हैरानी होगी कि बच्चा अंगुठा चुसना शुरु कर देता है ।

छठे महिने में बच्चे का कोनसा विकास होता है ?

इस समय क्या होगा तो आपका दिल जो पहले के तुलना में तेजी से धडकने लगेगा क्योकि, आपको बच्चे को अतिरिक्त oxygen देनी होती है । इस महिने बच्चे के दात बढने लगते है । आपका बच्चा इस महिने से आपका आवाज और संगीत सुन सकता हैं । आप आसानी से अपने बच्चे की Kick मससूस कर सकते है ।

गर्भावस्था में 7 वे महिने में भ्रुण की क्या activity रहती है ?

आपका बच्चा अब आंखे खोलने और बंद करने की प्रक्रिया शुरु कर देता है । आपके बच्चे का वजन बढना शुरु हो जाता हैं| इस महिने में बच्चा पूर्ण षारुप से बन चुका होता है ।

आंठवे महिने में Unborn baby का develop कैसे होगा ?

बच्चा पूरी तरह से बन चुका होता हैं । इस समय बच्चे का Main work यह हैं कि उनका जो सिर उपर रहता है गर्भ में उपर के side में रहता हैं वो धीरे धीरे नीचे लाने का काम करते है । इस महिने में यह महत्वपूर्ण कार्य बच्चे करते है ।

नोवे महिने में बच्चे की क्या स्थिती होती है ?

इस वक्त आपके बच्चे का विकास पूरी तरह हो चुका होता है । उसका वजन तेजी से बढने लग जाता है । बच्चे का मस्तिष्क और फेफडा परिपक्व हो चुका है । आपका बच्चा जन्म लेने के लिये पूरी तरह विकसित हो चुका होता है । स्वस्थ शिशु को जन्म देने के लिए इन 9 महीनों में Pregnancy care करना बहुत ही आवश्यक है ।

समय पर डॉक्टरी सलाह लेना एवं उचित मात्रा में संतुलित आहार लेना बहुत ही जरूरी है ताकि बच्चा व जच्चा दोनो सुरक्षित रहे । तो आशा करते है आज का टॉपिक गर्भावस्था में देखभाल कैसे करें । Pregnancy care in hindi के लिए उपयोगी साबित हुआ होगा । तो उम्मीद है Pregnancy care in hindi. आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा ।

FAQ

Pegnancy कितने दिनों की होती है ?

जवाब – Pregnancy 40 हफ्ता याने की 9 महिने 7 दिनों की होती है ।


गर्भवती के लिये आसान सुझाव कोनसे होते है ?

जवाब – रोज व्यायाम करे, पौष्टिक आहार लें, संक्रमण से बचें, अपनी Medicine लें ।


गर्भावस्था के शुरूआती लक्षण कोनसे होते है ?

जवाब – ब्रेस में भारीपण या दर्द होना, थकान महसूस होना, बारबार Urine जाना आदि ।


Pregnancy के पहले 2 महिने में क्या खाना चाहिये ?

जवाब – हरी सब्जिया, अंडा, फल, दाल खा सकते हैं ।


Pregnancy care में सुबह क्या खाये ?

जवाब – रागी, बाजरा और ब्राऊन राइस, घी, दाल Omega 3 ।


प्रेग्नेंसी के दौरान ताकत के लिए क्या खाएं ? what food to eat during pregnancy.

जबाब – प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी ताकत बनाये रखने के लिए नियमित रूप से संतुलित आहार लेना चाहिए जैसे कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन वाले फल एवं सब्जियों का सेवन करना चाहिए जैसे केला, सेब, संतरा एवं अन्य मौसमी फल । साथ ही साथ हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें । सुबह शाम हल्का फुल्का व्यायाम करें ।


प्रेगनेंसी में कौन सी दवा खानी चाहिए ?

जबाब – प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी प्रकार की दवाई लेने से परहेज़ करना चाहिए । यदि मामूली दर्द का आभास कर रहे है तो पैरासिटामोल की टेबलेट ले सकते है लेकिन डॉक्टरी सलाह लेना आवश्यक समझे ।


गर्भवती महिला को कब तक संबंध बनाना चाहिए ?

जबाब – प्रेग्नेंसी के दौरान शारिरिक संबंध बनाने से परहेज़ करना चाहिए क्योंकि गर्भपात होने का खतरा बना रहता । यदि आप चाहे तो सुरक्षित रूप से पहले 6 माह की अवधि में सेक्स कर सकते है । यदि कोई दिक्कत हो तो डॉक्टर की सलाह ले ।

Read more posts –

महिलाओं में एनीमिया के कारण, लक्षण एवं बचाव । Anemia in women.

महिलाओं के लिए अश्वगंधा के फायदे । Benefits of ashwagandha for women.

Share

Leave a Comment