बैधनाथ कमर दर्द की दवा । 5 पीठ व जोड़ो के दर्द की मेडिसिन

Baidyanath kamar dard ki dawa.

बैधनाथ कमर दर्द की दवा – Back pain या पीठ दर्द एक आम प्रॉब्लम हैं । यह समस्या लगातार बैठे रहना, कोई भारी भरकम वस्तु उठाना या गलत मुद्रा में बैठने से भी हो जाती हैं । लेकिन यह प्रॉब्लम गम्भीर रूप तब धारण करती हैं जब रीढ़ की हड्डी में प्रॉब्लम होती हैं । या लम्बे समय तक रहता है । इनका इलाज खानपान में बदलाव करने के साथ साथ आयुर्वेदिक मेडिसिन का उपयोग करके बचा जा सकता है ।

Back Pain किसी भी उम्र में हो सकती हैं लेकिन एक शोध के अनुसार 50 के पार लोगों में अधिक पाई जाती है । जिनका मुख्य कारण हड्डियों की कमजोरी, कोई पुरानी चोट, नस का दबना या रीढ़ की हड्डी की समस्या आदि हो सकती हैं । जिनका इलाज आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन, गम्भीर स्थिति में सर्जरी आदि से हो सकता है । इनके अलावा खानपान एवं व्यायाम करके निज़ात पाई जा सकती हैं तो चलिए जानते है – बैधनाथ कमर दर्द की आयुर्वेदिक दवा – Baidyanath kamar dard ki dawa.

पढ़े – बैधनाथ कंपनी की दवा shighrapatan

कमर दर्द के प्रकार । Type of Back pain in hindi

1. क्रॉनिक कमर दर्द – जो कमर दर्द पुराना होता है और लंबे वक्त तक जैसे 6 महीने से ज्यादा समय तक बीत चुका चुका हो उससे क्रॉनिक कमर दर्द कहेंगे।

2. एक्यूट कमर दर्द – यह सबसे सामान्य कमर दर्द है। जिसकी शिकायत अक्सर लोग करते हैं। यह अचानक हो सकता है और कुछ दिनों या कुछ हफ्ते में समाप्त हो जाता है। यह आराम करने से भी ठीक हो जाता है।

पढ़े – पतंजलि नामर्दी की दवा । Patanjali Namardi ki dawa.

बैधनाथ कमर दर्द की दवा | Baidyanath kamar dard ki dawa.

बैद्यनाथ कंपनी द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों युक्त दवा हड्डियों, मांसपेशियों के लिए, गठिया, घुटनों के दर्द एवं कमर दर्द के लिए कई लाभ प्रदान करती है । इन दवाओं के इस्तेमाल करने से रोगी को असहनीय दर्द एवं पीड़ा से राहत मिलती है ।

पतंजलि कमर दर्द की दवा के रूप में आप पिछले लेख में पढ़ चुके हैं । अब इस लेख में Baidyanath की चुनिंदा आयुर्वेदिक दवाओ के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं । जिनका इस्तेमाल योग्य वैध / डॉक्टर की सलाह से करे ।

पढ़े – जोड़ो के दर्द के कारण, लक्षण व उपाय । Joint pain in hindi.

बैधनाथ कमर दर्द की दवा – रूमा तेल । Baidyanath Rhuma Massage Oil.

यह बैधनाथ की आयुर्वेदिक तेल हैं । जो मांशपेशियों का दर्द, जोड़ो का दर्द, चोट, मोच के दर्द से तुरंत राहत दिलाने में कारगर है । इसमें उपस्थित घटक जैसे तारपीन का तेल, गढ़पुरी, अंबाहल्दी, एरंड मूल, अश्वगंधा, कपूर आदि के तेलो के मिश्रण से तैयार किया जाता है ।

यह आयुर्वेदिक तेल स्किन के भीतर तक जाकर दर्द से तुरंत आराम देता है । यह एक मसाज आयल हैं । जो कमर दर्द के साथ साथ अन्य सभी प्रकार के दर्द के लिए राहतकारी हैं । वही सभी उम्र के लोगों के लिए उपयोगी है ।

पढ़े – घुटनों का दर्द घरेलू उपाय । Home remedies for knee pain.

बैधनाथ रूमार्थो गोल्ड प्लस । Baidyanath Rheumartho Gold Plus.

बैधनाथ कंपनी का यह आयुर्वेदिक दवा है जो जोड़ो के दर्द, पीठ दर्द, मांशपेशियों का दर्द, कटिस्नायुशूल एवं पुराने दर्द के लिए लाभकारी है । इतना ही नहीं यह सूजन के लिए भी लाभदायक है ।

इसमे उपस्थित आयुर्वेदिक घटक जैसे गुग्गुल, अश्वगंधा, अभ्रक भस्म, सुरंजन, त्रिवंग भस्म, योगराज आदि जो विभिन्न प्रकार के दर्द, चोट, मोच के लिए कारगर है । यह पुराने दर्द, गठिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस आदि के लिए उपयोगी हैं ।

इसमें मौजूद तत्व एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर होने के कारण पुराने असहनीय दर्द व सूजन से भी तुरंत राहत दिलाते हैं ।

बैधनाथ कमर दर्द की दवा – महानारायण तेल । Baidyanath Mahanarayan oil.

यह एक बैधनाथ कंपनी का आयुर्वेदिक तेल हैं जो बदनदर्द, कमर दर्द, सिरदर्द, जोड़ो का दर्द, गठिया, डिप्रेशन, तनाव जैसी प्रॉब्लम के लिए गुणकारी है । यह घुटनो के दर्द के लिए भी लाभकारी औषधि है । इनका इस्तेमाल मसाज के रूप में किया जाता है ।

इसमे उपस्थित घटक जैसे गोखरू, देवदार, अश्वगंधा, मंजिष्ठा, बेल, रसना व बृहती जो विभिन्न प्रकार के दर्द एवं सूजन से राहत प्रदान करते हैं । इनका नियमित रूप से दर्द वाले स्थान पर हल्की फुल्की मालिश करने से असहनीय दर्द से भी राहत मिलती है ।

बैधनाथ कमर दर्द व जोड़ो दर्द की दवा

  1. एकंगवीर रस टैबलेट – यह टेबलेट कमर दर्द व मांसपेशियों में दर्द के लिए एक अच्छी आयुर्वेदिक टेबलेट हैं । इनमें उपस्थित घटक विभिन्न प्रकार के दर्द के लिए राहतकारी हैं ।
  2. कैशोर गुग्गुलु टैबलेट – यह भी एक आयुर्वेदिक टैबलेट हैं जो कमर दर्द जोड़ो के दर्द के लिए लाभदायक है ।
  3. महायोगराज गुग्गुलु टैबलेट – यह टेबलेट हड्डियों की मजबूती प्रदान करती है । इसमें उपस्थित तत्व जैसे आयरन, सिल्वर और मीका कैल्क्स से भरपूर हैं जो गठिया, मांशपेशियों दर्द, कमर दर्द, जोड़ों दर्द के लाभकारी औषधि है ।

कमर दर्द का इलाज

फिजियोथेरेपी – फिजियोथेरेपी दर्द ज्यादा हो तो डॉक्टर फिजियोथेरेपी की सलाह देते हैं। इसमें दवाइयों के बिना हल्के फुल्के एक्सरसाइज मालिश या फिर थेरेपी दी जाती है।

CBT (कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी ) – आम बोलचाल की भाषा में यह एक बात करने की थेरेपी है इसमें थैरेपिस्ट डॉक्टर मरीज के मन में होने वाले तनाव के बारे में बात करते हैं और नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदलने की कोशिश करते हैं। कई बार तनाव भी दर्द का कारण होता है।

सर्जरी – सर्जरी सबसे अंतिम उपाय उपाय है। अगर तेज दर्द कमर में बार-बार हो रहा है और स्थिति बहुत गंभीर हो तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं।

2 मिनट में कमर दर्द से आराम कैसे पाएं ?

  • कमर दर्द से बचने के लिए बेस्ट स्लीपिंग पोजिशन अति आवश्यक है।
  • जो व्यक्ति पीठ के बल सोते हैं वह अपनी रीढ़ को सहारा देने के लिए अपने घुटनों के नीचे तकिया रख सकते हैं।
  • साइड स्लीपर अपने पैरों को अपनी छाती तक खींच कर सो सकते हैं और अपने घुटनों के बीच एक तकिया रख सकते हैं।
  • कुर्सी पर हमेशा सीधा बैठे। कुर्सी पर बैठते वक्त पैर जमीन पर हो या टिकने की व्यवस्था हो। जरूरत पड़े तो फुटस्टूल पैर के नीचे रख सकते हैं। इसके अलावा कमर को सहारा देने के लिए तकिया या तौलिए को रोल करके रखें।
  • गर्म पानी से नहाए, इससे भी कमर दर्द ठीक होता है कमर दर्द में मालिश करने के लिए विशेषज्ञ की सहायता लें । अनुभवी व्यक्ति से ही मालिश कराएं।

कमर दर्द हेतु योगासन

कमर दर्द के लिए और पेट दर्द के लिए कुछ योगासन भी मददगार हो सकते हैं। जो इस प्रकार से है –

  • अर्धमत्स्येंद्रासन,
  • भुजंगासन,
  • मार्जरी आसन,
  • अधोमुख श्वासनासन आसन,
  • उष्ट्रासन आदि

उपरोक्त बताये आसन के बारे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के उपरांत प्रतिदिन नियमित रूप से करें ।

पढ़े – बैधनाथ शुगर की दवा । 7 बेस्ट आयुर्वेदिक व पतंजलि दवा

कमर दर्द से बचने के लिए क्या करे

  • खाने में पौष्टिक आहार ने खासतौर पर विटामिन डी, कैल्शियम युक्त आहार जिससे शरीर की हड्डियां मजबूत हो ।
  • पीठ अथवा कमर दर्द से आराम दिलाने के लिए योग और एक्सरसाइज अवश्य करें, लेकिन बिना डॉक्टर और विशेषज्ञ की देखरेख में ऐसा कतई ना करें ।
  • सीधे बैठे, कोशिश करें कि कमर या पीठ को सहारा कहीं ना कहीं से मिल रहा हो। ऐसा करने से कमर दर्द का जोखिम कम हो जाता है।
  • अगर शरीर का वजन ज्यादा है तो उसे भी कम करने का प्रयास करें । भार पड़ने के कारण भी कमर दर्द होता है या पेट बढ़ जाने के कारण भी कमर दर्द होता है।
  • धूम्रपान से जरूर बचें।
  • कमर दर्द और पीठ दर्द से बचने के लिए मध्यम गद्दा होना चाहिए । जो व्यक्ति पीठ के बल सोते हैं उन्हें मध्यम फॉम गद्दे की आवश्यकता हो सकती है वही जो लोग एक तरफ होकर सोते हैं उन्हें अपने कूल्हों और कंधों को करने के लिए थोड़े नरम गद्दे की जरूरत हो सकती है और जो लोग पेट के बल सोते हैं उनके लिए एक मजबूत गद्दी की आवश्यकता हो सकता है।

अंतिम शब्द – अगर कमर दर्द पूरे दिन या हर वक्त हो रहा हो । तीव्र दर्द हो रहा हो या वक्त के साथ-साथ दर्द और तेज हो रहा हो। अगर दर्द के साथ-साथ कमर या पैरों में झुनझुनी का एहसास हो और पैर सुन्न होने लगे या कमजोरी महसूस हो।

अगर दर्द के साथ बुखार है दर्द ज्यादा हो और नींद ना आए । अगर दर्द को ठीक करने के लिए बार-बार कमर दर्द की दवा या पेन किलर की जरूरत पड़ रही हो । तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करे । डॉक्टर सगीर अहमद सिद्दीकी ।।

Share via
Copy link